पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती Iltija Mufti ने शनिवार को दावा किया कि उन्हें और उनकी मां महूबा मुफ्ती को घर में नजरबंद कर दिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें सोपोर और कठुआ जाने से रोकने के लिए उनके घर के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद भी कश्मीर में कुछ नहीं बदला है. उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिवारों को सांत्वना देना भी अब अपराध माना जा रहा है.
मेरी मां और मुझे दोनों को ही घर में नजरबंद कर दिया गया है- इल्तिजा मुफ्ती
इल्तिजा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, “मेरी मां और मुझे दोनों को ही घर में नजरबंद कर दिया गया है. हमारे दरवाजे बंद कर दिए गए हैं क्योंकि उन्हें सोपोर जाना था, जहां वसीम मीर को सेना ने गोली मार दी थी. मेरा इरादा आज माखन दीन के परिवार से मिलने के लिए कठुआ जाने का था और मुझे बाहर निकलने की भी अनुमति नहीं दी जा रही है. चुनाव के बाद भी कश्मीर में कुछ नहीं बदला है. अब पीड़ितों के परिवारों को सांत्वना देना भी अपराध माना जा रहा है.”
घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई- Iltija Mufti
एचटी डॉट कॉम में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इल्तिजा ने बताया कि उन्हें श्रीनगर हवाई अड्डे से जम्मू के लिए उड़ान भरनी थी और फिर कठुआ जाना था, लेकिन उन्हें श्रीनगर के बाहरी इलाके खिमबर में अपने घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई.
इल्तिजा ने कहा, “हमारे गेट पर ताला लगा दिया गया है और घर के बाहर सुरक्षा बलों की एक टुकड़ी खड़ी है. मैं उन्हें बता रही हूं कि मुझे सुबह 11 बजे की फ्लाइट पकड़नी है, लेकिन आखिरकार मैं इसे मिस कर दूंगी क्योंकि कोई मेरी बात नहीं सुन रहा है.”
सोपोर में ट्रक ड्राइवर की मौत से फैला है असंतोष
गुरुवार को सोपोर के पास श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेना के जवानों के साथ हुई गोलीबारी में एक नागरिक ट्रक चालक की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
सेना ने दावा किया कि उसने एक चेकपॉइंट को अनदेखा किया, जिसके कारण 23 किलोमीटर तक उसका पीछा किया गया और फिर ट्रक के टायरों पर गोली चलाई गई. हालांकि, उसकी मौत से लोगों में आक्रोश फैल गया है, उसके परिवार और राजनीतिक नेताओं ने आधिकारिक बयान पर सवाल उठाए हैं.
जम्मू के कठुआ में पुलिस यातना से परेशान व्यक्ति के आत्महत्या का वीडियो हुआ वायरल
वहीं, शुक्रवार (7 फरवरी, 2025) को जम्मू-कश्मीर के एक वायरल वीडियो को लेकर हंगामा मचा हुआ है. वीडियो जम्मू के कठुआ के एक नागरिक का बताया जा रहा है. रिकॉर्ड किया गया वीडियो में कथित तौर पर पुलिस के बार-बार “यातना” के बाद आत्महत्या की बात कही गई है. जिस पर घाटी के राजनीतिक दलों की ओर से कड़ी प्रतिक्रियाएँ सामने आईं है.
26 वर्षीय माखन दीन ने कथित तौर पर कठुआ के बिलावर इलाके में एक मस्जिद के अंदर 3.48 मिनट का एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान उसे दी गई “यातना” का विवरण दिया गया है.
सिर पर कुरान की एक प्रति पकड़े हुए, उसने दावा किया कि उसे जीवित रहने के लिए एक कहानी गढ़ने के लिए मजबूर किया गया था और आगे की पिटाई के डर से वह पुलिस स्टेशन लौटने से डर रहा था.
माखन दीन ने वीडियो में कहा,“मेरे साथ मारपीट की गई. मैंने उन्हें ईमानदारी से बताया कि मैंने कभी आतंकवादियों या अपने चाचा, स्वरु को नहीं देखा, जो पाकिस्तान चले गए थे. सुबह, उन्होंने मुझे अपना मोबाइल फोन पुलिस स्टेशन लाने के लिए जाने दिया. मैंने उनसे झूठ बोला, कहा कि मेरे पास स्वरु के साथ-साथ कई अन्य लोगों का नंबर भी है. अगर मैं अपना फोन पुलिस के पास ले जाता हूं और उन्हें बताता हूं कि मेरे पास वे नंबर नहीं हैं, तो वे मुझे फिर से पीटेंगे.”
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