HM High level review meeting : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा हालातों पर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की . बैठक की अध्यक्षता करते हुए गृहमंत्री ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सुरक्षा एजेंसियों को जम्मू में उभरते आतंकवाद को करारा जवाब देने और घाटी में किसी भी कीमत पर आतंकवाद को पनपने से रोकने के लिए कहा है. गृहमंत्रालय ने जम्मू कश्मीर के सुरक्षा एजेंसियों को अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा कवर को मजबूत करने का भी निर्देश दिया है
HM High level review meeting : गृहमंत्रालय में 5 घंटे चली बैठक
गृहमंत्रालय में पांच घंटे लंबी बैठक में गृहमंत्री अमित शाह ने इस बात पर भी जोर दिया कि मोदी प्रशासन खास रणनीतियों के साथ आतंकवादियों से निपटने के लिए एक मिसाल कायम करने के लिए समर्पित है.बैठक का पहला दौर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा हालातों की समीक्षा पर केंद्रित था, जबकि दूसरे दौर में अमरनाथ यात्रा की तैयारियों पर बात हुई. अमरनाथ यात्रा इस साल 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगी.
बैठक सुबह 11 बजे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, गृह सचिव अजय भल्ला और खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका की मौजूदगी में शुरू हुई. बैठक में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और भावी सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक, जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव और डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी शामिल हुए.
घाटी में एरिया डोमिनेशन प्लान और जीरो टेरर प्लान रहे जारी- गृहमंत्रालय
गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे कश्मीर घाटी में एरिया डोमिनेशन प्लान और जीरो टेरर प्लान के जरिए हासिल की गई सफलताओं को जम्मू क्षेत्र में भी दोहराएं. गृहमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार नए-नए तरीकों से आतंकवादियों पर नकेल कस कर एक मिसाल कायम करने के लिए प्रतिबद्ध है.
अमरनाथ यात्रा को लेकर खास निर्देश
शाह ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए जम्मू में लगातार हुए आतंकी हमलों के मद्देनजर बैठक बुलाई थी . बैठक में गृहमंत्री ने आगामी वार्षिक अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया. दो दिन पहले भी गृहमंत्रालय में इस मामले को लेकर बैठक हुई थी. गृहमंत्रालय ने कहा कि सतर्कता बढ़ाने का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के निवासियों के साथ-साथ अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखना है.
जम्मू में चार दिन में चार हमले
9 जून से लेकर 12 जून तक रियासी, कठुआ और डोडा में चार जगहों पर आतंकी हमले हुए , जिसमें रियासी में 9 तीर्थयात्री मारे गए. कठुआ में एक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) जवान शहीद हो गया. एक नागरिक घायल हो गया और कम से कम सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.
पीएम मोदी ने भी की थी उच्च स्तरीय बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं के बाद सुरक्षा स्थिति पर चर्चा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी.बैठक में एनएसए अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य का आकलन करना था. अधिकारियों ने पीएम मोदी को आतंकवादी गतिविधियों से निपटने और क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लागू की जा रही रणनीतियों और अभियानों के बारे में जानकारी दी थी. पीएम मोदी ने सुरक्षा बलों की तैनाती और चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह से भी बात की थी. इसके अतिरिक्त, उन्होंने स्थिति की समीक्षा करने के लिए जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की और उन्हें स्थानीय प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी गई थी.
प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद अब गृहमंत्री शाह ने उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों से हर कीमत पर घाटी और जम्मू क्षेत्र में आंतक को पांव पसारने देने से रोकने का निर्देश दिया है. अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए अधिकारियों को हर तरह से तैयार रहने के लिए कहा गया है.