प्रयागराज
उमेश पाल हत्या के आरोपियों में से 6 मुख्य आरोपी की मौत के बाद अब STF सातवे सबसे बड़े आरोपी गुड्डू मुस्लिम की तलाश में दिन रात छापेमारी कर रही है लेकिन सफलता नहीं मिली है.अब इस मामले में एक बड़ी खबर सामने आई है . प्रयागराज विकास प्राधिकरण गुड्डू मुस्लिम के घर पर बुल्डोजर कार्रवाई कर सकती है. प्रयागराज प्राधिकरण (PDA) ने गुड्डू मुस्लिम के घर पर एक नोटिस चस्पा किया है जिसमें कहा गया है कि 18 अप्रैल तक सरेंडर करे नहीं तो उसके घर पर बुल्डोजर चला दिया जायेगा. सरेंडर करने के लिए 18 अप्रैल तक का समय दिया गया है. .एसटीएफ को गुड्डू मुस्लिम की तलाश उमेश पाल की हत्या के बाद से ही है . उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी को इसी साल हुई थी, तब से गुड्डू मुस्लिम फरार है. गुड्डू मुस्लिम पर सरकार ने 5 लाख का इनाम भी रखा हुआ है. इनाम घषित करन के बावजूद अब तक पुलिस और STF को गुड्डू मुस्लिम को पकड़ने और उसका सरेंडर कराने मे पुलिस के सफलता नहीं मिली है.
लगातार लोकोशन बदल रहा है गुड्डू मुस्लिम
एसटीएफ सूत्रो के मुताबिक उमेश पाल की हत्या के बाद से फरार गुड्डू मुस्लिम लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा है. पुलिस को उसकी आखिरी लोकेशन कर्नाटक में मिली थी.इसके बाद एसटीएफ की टीम उसे पकड़ने कर्नाटक भी गई लेकिन तब तक वो वहां से भी फरार हो चुका था. अब आज रात तक अगर गुड्डू मुस्लिम सरेंडर नहीं करता है तो प्रयागराज प्रधिकरण उसके घर पर बुल्डोजर चलाने की कार्रवाई कर सकता है .
शाइस्ता परवीन के लिए STF की दबिश
इस बीच खबर है कि एसटीएफ 50 हजार की इनामी अतीक की पत्नी शाइस्ता परवनी को पकड़ने के लिए प्रयागराज के धूमनगंज के मरियाडीह और भरेठा में दबिश दे रही है.
क्या लिफाफे में बंद है हत्यारे का नाम ?
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के मामले में एक और बात सामने आई है . बताया जा रहा है कि 28 मार्च को जब अशरफ को बरेली से प्रयागराज एमपी एमएलए कोर्ट लाया जा रहा था तब अशरफ ने अपने वकील से कहा था कि किसी आधिकारी ने उसे धमकी दी है.अधिकारी ने कहा था कि दो हफ्ते बाद बहाने से निकाला जायेगा और निबटा दिया जाउंगा. मुझ पर लगे आरोप फर्जी हैं.अशरफ ने ये भी कहा था कि अगर मेरी हत्या हो जाती है तो सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस , इलाहाबाद हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस और मुख्यमंत्री को मेरा बंद लिफाफा मिलेगा. उसमें उस अधिकारी का नाम होगा जिसने मुझे हत्या की धमकी दी है .
अशरफ के वकील ने बताया कि उस उस अधिकारी का नाम मालूम नहीं है क्योंकि अशरफ ने कहा था कि आप मेरे वकील हैं, आपको बता दिया तो आपको दिक्कत हो जायेगी.