Greater Noida, ग्रेटर नोएडा में प्रदुषण बढ़ता ही जा रहा है जिसकी वजह से लोगों को सांस लेने में काफी मुश्किल का सामना भी करना पढ़ करना है. ग्रेटर नोएडा में हवा की गुणवत्ता 494 AQI के साथ “गंभीर” स्तर पर पहुंच गई, जबकि पास की दिल्ली में AQI 468 दर्ज किया गया है. यूपी के कई शहरों में प्रदूषण के हाल भी बेहद खराब है. प्रशासन ने अधिकारियों से स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया लागू करने का आग्रह किया है.
विधायक धीरेंद्र सिंह ने लिखा जिला मजिस्ट्रेट को पत्र
राज्य विधानसभा में जेवर का प्रतिनिधित्व करने वाले धीरेंद्र सिंह ने गौतम बौद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया लेने का आग्रह किया है.
एक्स पर अपने लिखे पत्र की एक प्रति साझा करते हुए उन्होंने लिखा, “हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक पहुंचने के साथ, मैं सभी से सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की अपील करता हूं. सरकार और प्रशासन को स्थिति से अवगत करा दिया गया है.”
यूपी के 5 और शहरों में भी हवा का है बुरा हाल
इसी तरह, यू.पी. के कई और शहरों में भी हवा का हाल बेहाल है. 5 शहरों में ‘बहुत खराब’ और तीन अन्य में ‘खराब’ वायु गुणवत्ता दर्ज की गई.
खराब वायु गुणवत्ता वाले शहरों में शामिल हैं, बागपत (394), मेरठ (387), हापुड (386), खुर्जा (336) और बुलंदशहर (325), मुजफ्फरनगर (254), वृन्दावन (237) और झाँसी (202).
इस बीच, राज्य की राजधानी लखनऊ का एक्यूआई 174 था जो कि उतनी खराब स्थिति नहीं थी, हलांकि यहां बोर्ड के स्टेशन स्थित कई क्षेत्रों में वायु प्रदूषण अधिक था.
तालकटोरा स्टेशन पर शुक्रवार शाम करीब 4 बजे पीएम2.5 (पार्टिकुलेट मैटर 2.5 मिमी) अधिकतम 500 दर्ज किया गया, वहीं पीएम10 383 रहा.
ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: एक्शन मोड में सीएम, अचानक पहुंचे जेडीयू दफ्तर, मंत्री विजय चौधरी और सचिव दीपक कुमार के घर