छतरपुर: सिटी कोतवाली में 6 मार्च को अपने घर पर सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने का मामला अब लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. नए-नए राज भी खुल रहे हैं. मृतक टीआई अरविंद कूजुर के मामले में पुलिस ने कथित प्रेमिका सहित उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया था. अब दोनों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने 1 दिन की रिमांड दी है.
कोर्ट ने पुलिस को दी 1 दिन की रिमांड
बता दें कि 6 मार्च को छतरपुर कोतवाली में पदस्थ टीआई अरविंद कुजूर ने खुद को सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. ओरछा रोड पुलिस ने महिला और उसके साथी पर ब्लैकमेलिंग और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने सहित SCST जैसी गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जिला न्यायालय में पेश किया. जब दोनों को पेश किया गया, तो जिला अदालत में वकीलों सहित लोगों का जमावड़ा लगा रहा. पुलिस ने 3 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन अदालत ने एक दिन की रिमांड दी. वहीं, अदालत के आदेश पर पुलिस ने दोनों का हॉस्पिटल में परीक्षण किया.
ABVP की महिला नेता के संपर्क में थे TI
दरअसल छतरपुर शहर के पॉश कॉलोनी में रहने वाले कोतवाली में पदस्थ टीआई अरविंद कूजुर ने 6 मार्च को करीब शाम 7 बजे फोन पर बात करते वक्त खुद की कनपटी पर अपनी रिवाल्वर से गोली मार ली. जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो पलंग पर खून से लथपथ उनका शव पड़ा. जब पड़ताल हुई तो कई रहस्य सामने आने लगे. जिसमें सामने आया की ABVP की महिला नेता टीआई के संपर्क में थी. जिसे टीआई की प्रेमिका बताया जा रहा है. घटना के बाद से कथित प्रेमिका और उसका असली प्रेमी फरार हो गया.
जांच के लिए पुलिस ने बनाई थी तीन टीम
पुलिस ने 3 टीम बनाईं, एक यूपी के नोयडा पहुंची, दूसरी पन्ना जिले और तीसरी जिले में खोज करने लगी. पुलिस ने शहर के 15 से ज्यादा लोगों को पूछताछ के लिए उठाया. जिसमें कई लड़कियां भी शामिल हैं. पुलिस ने सफारी गाड़ी, टीआई की कथित प्रेमिका और उसके प्रेमी सोनू राजा बुन्देला को पन्ना जिले से गिरफ्तार कर लिया था. पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों पर मामला दर्ज कर लिया और दोनों को रिमांड पर रखा है और पूछताछ चल रही है.
AVPV नेता की मां ने दिया चौंकाने वाला बयान
इस मामले में AVPV नेता की मां का बयान भी अब सामने आया है. मां ने बताया कि "उसके घर टीआई का आना जाना रहता था. टीआई उसको 25 से 30 हजार का महीना देते थे और बोलते थे खूफिया पुलिस के तौर पर काम कर रही है." वहीं, मामले में जिला न्यायालय में DPO प्रवेश अहिरवार बताते हैं कि "दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया था. पुलिस ने तीन दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन एक दिन की मिली है. मामले में आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है."