आपने गुंडे बदमाशों, चोरों या फिर कई बार तो सगे सम्बन्धियों में भी कानूनी लड़ाई , केस दर्ज होने जैसे मामले बहुत देखें होंगे. लकिन क्या कभी आपने किसी भी देश में सत्ताधारी सरकार में प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री पर केस दर्ज होने का मामला सुना है. कुछ ऐसा ही हुआ है हमारे भारत देश में. जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह समेत 5 बड़े केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज हुआ है. वो भी देश द्रोह का. क्या हुआ हिला डाला न खबरे ने. अब ऐसा क्यों, कहां और किसलिए हुआ? वो सब जानने के लिए ये ख़ास रिपोर्ट देखिये.
मामला है बिहार के मुजफ्फरपुर का जहाँ के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केन्द्रीय उड्डयन मंत्री जयोतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित कई मंत्रियों के साथ साथ 50 अज्ञात के खिलाफ 124 A आईपीसी की धारा 201, 120 B के तहत देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ है. इस मामले में अब 6 अगस्त 2022 को सुनवाई भी होगी.
जब से ये खबर आमने आई सब इसी सोच में डूबे है कि भला प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ मामला दर्ज कराने कि हिम्मत किसकी हुई. आज के दौर में जब प्रधानमंत्री के खिलाफ एक भी शब्द बोलने वाले को जेल हो जाती है. तो केस दर्ज कराने वाले का क्या होगा? कौन है ये शख्स ?
दरअसल मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र के रहने वाले विनायक कुमार ने ये मामला दर्ज कराया है. विनायक कुमार के वकील सुधिर ओझा ने बताया कि निजीकरण के कारण आम नागरिकों के अधिकार का हनन हुआ है. देश में बेरोजगारी बढ़ी है, अराजकता बढ़ि है, मौलिक अधिकार छीना गया है. विभागों में छटनी कर मौलिक अधिकार भी छीन लिया गया है, जिसे लेकर यह मामला दर्ज कराया गया है.
दर्ज मुक़दमे के मुताबिक प्रधानमंत्री और उनके सभी साथी नेताओं ने भारत के संविधान के आर्टिकल 21,37,38,39 का खुल्लेआम उल्लंघन किया है.
वैसे आपको बता दें कि देश का कानून सबके लिए बराबर है. देश का कानून सबको समानता का अधिकार देता है. शायद यही वजह है कि जब भी राह चलता शख्स भी किसी के साथ कुछ गलत करता है. तो पीड़ित सिर्फ एक ही बात कहता है. कोर्ट में देखूंगा यानी आज भी सबको कानून पर विश्वास है. भारत का कानून ना तो अमीरी गरीबी में फर्क करता है और ना ही एक नेता और आम आदमी में भेदभाव.
तो देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है. जो पार्टी अभी तक दूसरों पर देश द्रोह के आरोप लगाती रही अब वो खुद इन आरोपों से कैसे बाहर आती है. खबर पर अपनी राये कमेंट बॉक्स में जरूर बातएं.