अभिनेता से भाजपा नेता बने मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ पिछले महीने उत्तर 24 परगना जिले में एक पार्टी कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से भड़काऊ भाषण Hate speech देने के आरोप में बुधवार को बिधाननगर पुलिस ने मामला दर्ज किया है.
चक्रवर्ती के खिलाफ शिकायत 27 अक्टूबर को साल्ट लेक के ईजेडसीसी में भाजपा के एक कार्यक्रम में दिए गए उनके भाषण को लेकर की गई थी. जिसके बाद बिधाननगर दक्षिण पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की है.
मिथुन चक्रवर्ती ने कथित Hate speech में क्या कहा था
लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं पर लक्षित टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर की सांप्रदायिक टिप्पणी का स्पष्ट संदर्भ देते हुए, चक्रवर्ती ने कहा, “यहां एक नेता ने कहा था कि 70 प्रतिशत मुस्लिम, 30 प्रतिशत हिंदू हैं. मुझे लगा मुख्यमंत्री कुछ कहेंगी कि. ऐसी बातें करना बंद करो. किसी ने मना नहीं किया. मैं मुख्यमंत्री नहीं हूं. हालांकि, मैं आपसे कहता हूं, तुम्हें काटकर भागीरथी में बहा दिया जाएगा, लेकिन एक दिन ऐसा आएगा, जिस दिन मैं तुम्हें भागीरथी में नहीं, बल्कि तुम्हारी भूमि में फेंक दूंगा, क्योंकि भागीरथी हमारी मां हैं. उन्होंने कहा कि 2026 में इलेक्शन जीतने के लिए कुछ भी करेंगे और तुमको तुम्हारे जमीन में गाड़ देंगे. तुम एक फल काटोगे तो हम चार फल काटेंगे.”
मिथुन ने सत्ता हासिल करने कुछ भी करने की खाई थी कसम
ईस्टर्न जोनल कल्चरल सेंटर (ईजेडसीसी) में कार्यक्रम में बोलते हुए, चक्रवर्ती, जिन्हें इस साल की शुरुआत में भारत के सर्वोच्च फिल्म सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, ने 27 अक्टूबर को घोषणा की थी कि 2026 के विधानसभा चुनावों के बाद पश्चिम बंगाल का “मसनद” (सिंहासन) भाजपा का होगा, और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कुछ भी करने की कसम खाई.
घोषणा की थी कि 2026 के विधानसभा चुनावों के बाद पश्चिम बंगाल का “मसनद” (सिंहासन) भाजपा का होगा, और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कुछ भी करने की कसम खाई.
उन्होंने चेतावनी दी कि किसी को भी भगवा पार्टी के मतदाताओं को अगले विधानसभा चुनावों में मतदान से दूर रखने के लिए धमकाने का प्रयास नहीं करना चाहिए.
उन्होंने अपनी पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से ऐसे किसी भी प्रयास का विरोध करने का आह्वान किया था.
भाजपा के सदस्यता अभियान के पश्चिम बंगाल चरण की शुरुआत करने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे.
उनके भाषण में कुछ भी भड़काऊ नहीं है- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
बिधाननगर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमने मामले की जांच शुरू कर दी है.” चक्रवर्ती टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे, लेकिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने एफआईआर को “प्रतिशोध की राजनीति” का मामला बताया. पीटीआई ने उनके हवाले से कहा, “उनके भाषण में कुछ भी भड़काऊ नहीं है. यह पुलिस को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करके उन्हें डराने की कोशिश के अलावा और कुछ नहीं है.”