मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत हो गई है. मादा चीता धीरा जिसे दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था बताया जा रहा है कि उसकी मौत पार्क के अंदर एक और चीता के साथ लड़ाई में हुई है. इसके साथ ही दक्षिण अफ़्रीका के नामीबिया से लाए गये अब तक तीन चीतों की मौत हो गई है.
अब तक तीन चीतों की हुई मौत
धीरा के साथ कूनो में मरने वाले चीतों की संख्या तीन हो गई है. पिछले साल से बीस चीतों को राष्ट्रीय उद्यान में लाया गया था, जिनमें से दो की मार्च और अप्रैल में मौत हो गई थी.
चीता साशा की मार्च में गुर्दे की बीमारी से मृत्यु हो गई थी, वह भारत लाए जाने से पहले से ही पीड़ित थी. 23 जनवरी को, उसने थकान और कमजोरी के लक्षण दिखाए, जिसके बाद अधिकारियों ने उसे शांत किया और इलाज के लिए उसे एक संगरोध बाड़े में स्थानांतरित कर दिया.
इसी तरह अप्रैल में दूसरे चीता उदय की राष्ट्रीय उद्यान में बीमार पाए जाने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
प्रधानमंत्री ने नामीबिया से आए 8 चीतों का स्वागत किया था
आपको याद दिला दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल सितंबर में मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को एक विशेष बाड़े में छोड़ा था.
चीता पुन: परिचय कार्यक्रम के तहत एक विशेष विमान में नामीबिया से चीतों को ग्वालियर लाया गया था. जानवरों को बाद में भारतीय वायु सेना के दो हेलीकॉप्टरों में राष्ट्रीय उद्यान में ले जाया गया.
इसके बाद फरवरी में दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीतों को लाया गया था. चीतों का दूसरा जत्था ग्वालियर में वायु सेना स्टेशन पर उतरा था.
ये भी पढ़ें-Mission 2024: भुवनेश्वर में नवीन पटनायक से मिले नीतीश कुमार, कहा-ओडिशा घूमने आए हैं