ब्यूरो रिपोर्ट, पटना : बिहार में महागठबंधन के नेताओं द्वारा हिंदू देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी लगातार जारी है. इसी बीच आरजेडी नेता फतेह बहादुर सिंह Fateh Bahadur Singh के बयान पर बिहार में बवाल मचा हुआ है.आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह के पोस्टर व बयान के बाद सियासी घमासान मच गया है.फतेह बहादुर सिंह ने पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास के समीप एक पोस्टर लगाया है.जिसमें ‘मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का मार्ग’ अंकित किया गया है।
Fateh Bahadur Singh ने कहा हम हिंदू नहीं शूद्र हैं
फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि मैं अपने बयान पर कायम हूं.आगे उन्होंने कहा की मैं अपने बहुजन भाइयों को न्याय दिलाना चाहता हूं.हमको रामचरित मानस और मनुस्मृति में भी शुद्र कहा गया है.हम हिंदू नहीं है हम शूद्र हैं.आरजेडी नेता फतेह बहादुर सिंह ने राम मंदिर को लेजर फिर से विवादित बयान दिया है.बहादुर ने कहा जो राम मंदिर बन रहा है, गलत है. उस फैसले को बदले वहां उस जगह पर यूनिवर्सिटी और फैक्ट्री बनानी चाहिए .यूनिवर्सिटी और फैक्ट्री बनने से लोगों को रोजगार मिलेगा.मै अपने बहुजन भाइयों के हाथ में कलम देना चाहता हूं न कि धर्म का झंडा देना चाहता हूं.विधायक फतेह बहादुर सिंह द्वारा लगाए गये पोस्टर में मंदिर को अंधविश्वास, पाखंड, मूर्खता और अज्ञानता की ओर ले जाने वाला रास्ता बताया गया है,साथ ही लिखा गया है कि मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का मार्ग और स्कूल का मतलब होता है जीवन में प्रकाश का मार्ग.
मै राम को भगवान नहीं मानता
फतेह बहादुर सिंह ने कहा श्री राम भगवान को भी नही छोड़ा.उन्होंने कहा मै राम को भगवान नहीं मानता हूं और सुप्रीम कोर्ट भी राम को भगवान नहीं मानता है.उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं की राम मूर्ति में प्राण हैं. उनको ऐसी मूर्तियों को चिन्हित करना चाहिए और जो हमारे जवान सरहदों पर शहीद होते हैं उनको वहां भेजना चाहिए और हमारे शहीदों को वापस प्राण देना चाहिए.आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने हाल के दिनों में ब्रह्मा जी पर भी सवाल खड़ा किया था और कहा था कि विद्या की देवी सरस्वती की जगह सावित्री बाई फुले की पूजा होनी चाहिए.सावित्री बाई फुले को फतेह बहादुर सिंह ने पोस्टर के जरिए भारत की पहली शिक्षिका बताया है.
जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार सिंह ने दी प्रतिक्रिया
इस विवाद पर जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार सिंह ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने उनके नाम को लेकर कहा कि फतेह बहादुर सिंह का नाम के विपरीत आचरण है उनको नाम रखना चाहिए कायर बहादुर सिंह.कायर बहादुर सिंह को कहना चाहिए कि जो कोई भी धर्म में आस्था रखता हो वह हमको वोट ना दे तो उनको पता चल जाएगा. कायर बहादुर सिंह से कुछ लेना देना नहीं है.एक ओर जहां बीजेपी ने आरजेडी विधायक पर जमकर हमला बोला है तो वहीं दूसरी ओर जेडीयू ने भी फतेह बहादुर के बयान पर आपत्ति जताई है.