EC notice in Indecent comment case : चुनाव आयोग ने अभद्र टिप्पणी मामले में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत और दिलीप घोष को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी की हिमाचल प्रदेश के मंडी से लोकसभा उम्मीदवार कंगना रनौत के खिलाफ टिप्पणी की थी तो दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना पर किए एक्स पोस्ट को लेकर दी थी सफाई
BJP के कंगना रनौत को हिमाचल प्रदेश के मंडी से लोकसभा उम्मीदवार बनाने पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के इंस्टाग्राम अकाउंट से सोमवार को एक विवादित पोस्ट किया गया था. इसमें कंगना रनौत की तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा कि क्या कोई मुझे बता सकता है कि क्या भाव चल रहा है मंडी में? इस पोस्ट के वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. BJP ने सुप्रिया श्रीनेत और कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथ ले लिया है.
जिसके बाद सुप्रिया श्रीनेत ने अपना पोस्ट हटा लिया और सफाई देते हुए एक वीडियो पोस्ट किया, वीडियो के कैप्शन में लिखा था, “मेरे फेसबुक और इंस्टा के अकाउंट पर कई लोगों का एक्सेस है. इसमें से किसी व्यक्ति ने आज एक बेहद घृणित और आपत्तिजनक पोस्ट किया था. मुझे जैसे ही इसकी जानकारी हुई मैंने वह पोस्ट हटा दिया. जो भी मुझे जानते हैं, वह यह अच्छी तरह से जानते हैं कि मैं किसी भी महिला के लिए व्यक्तिगत भोंडी बात नहीं करती हूँ. मेरी जानकारी में आया है कि यह पोस्ट पहले एक पैरोडी अकाउंट ( @Supriyaparody ) पर चल रहा था. यहां से किसी ने यह पोस्ट उठाकर मेरे अकाउंट पर पोस्ट कर दिया. मैं ऐसा करने वाले की पहचान में लगी हूं. साथ ही मेरे नाम का दुरूपयोग कर बनाए गए पैरोडी अकाउंट को भी X में रिपोर्ट किया है”
मेरे फेसबुक और इंस्टा के अकाउंट पर कई लोगों का एक्सेस है. इसमें से किसी व्यक्ति ने आज एक बेहद घृणित और आपत्तिजनक पोस्ट किया था.
मुझे जैसे ही इसकी जानकारी हुई मैंने वह पोस्ट हटा दिया. जो भी मुझे जानते हैं, वह यह अच्छी तरह से जानते हैं कि मैं किसी भी महिला के लिए व्यक्तिगत भोंडी… pic.twitter.com/CFDNXuxmo2
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) March 25, 2024
दिलीप घोष ने ममता बैनर्जी पर अभद्र टिप्पणी करने पर बीजेपी अध्यक्ष के स्पष्टीकरण मांगने पर जताया है दुख
वहीं पश्चिम बंगाल से बेजेपी नेता दिलीप घोष ने बंगाल की सीएम ममता बैनर्जी को लेकर कि अपनी टिप्पणी, “जब दीदी त्रिपुरा जाती हैं, तो कहती हैं कि मैं त्रिपुरा में (त्रिपुरा की बेटी) हूं, जब वह गोवा में होती हैं तो कहती हैं कि मैं गोवा में (गोवा की बेटी) हूं. निजेर बाप तो थिक कोरुन (पहले यह तय करो कि तुम्हारे पिता कौन हैं), हर किसी की बेटी बनना अच्छा नहीं है. ” को लेकर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण पर ही दुख जता दिया.
दिलीप घोष ने कहा- “मेरी भाषा को लेकर आपत्ति जताई गई है, मेरी पार्टी की ओर से स्पष्टीकरण मांगा गया है, अगर ऐसा है तो मैं इसके लिए दुखी हूं. पार्टी द्वारा जारी किए नोटिस का जवाब मैं आधिकारिक रूप से दूंगा. मुख्यमंत्री(ममता बनर्जी) के साथ मेरी व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, यह मेरा राजनीतिक बयान था, लेकिन मैं प्रश्न करूंगा कि आपके(TMC) पार्टी के नेता हमारे नेता(सुवेंदू अधिकारी) और उनके पिता को लेकर कई अपशब्द का प्रयोग कर चुके हैं, क्या उनका कोई मान-सम्मान नहीं है?, TMC ने तब कोई आपत्ति नहीं जताई? सुवेंदु अधिकारी एक पुरुष हैं, क्या इसलिए उनके लिए इस्तेमाल किए गए अपशब्द पर किसी ने कोई आपत्ति नहीं जताई?”
पूर्व बर्धमान, पश्चिम बंगाल: भाजपा सांसद दिलीप घोष ने कहा, “मेरी भाषा को लेकर आपत्ति जताई गई है, मेरी पार्टी की ओर से स्पष्टीकरण मांगा गया है, अगर ऐसा है तो मैं इसके लिए दुखी हूं। पार्टी द्वारा जारी किए नोटिस का जवाब मैं आधिकारिक रूप से दूंगा। मुख्यमंत्री(ममता बनर्जी) के साथ मेरी… https://t.co/udN0QqTbIp pic.twitter.com/PQOJXZvn5o
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 27, 2024
अब देखना है बिना नोटिस के जारी हुए कांग्रेसी नेता के स्पष्टीकरण को चुनाव आयोग स्वीकार कर उन्हें माफ करता है और स्पष्टीकरण मांगने पर दुख जताने वाले बीजेपी नेता पर कार्रवाई करता है. या फिर दोनों ही नेताओं को चुनाव आयोग एक ही तराजू में तोल देता है.
ये भी पढ़ें-G Janardhan Reddy के बीजेपी में शामिल होने पर कांग्रेस का पीएम मोदी से सवाल