पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश और पहाड़ी नालों से आई बाढ़ ने यूपी के बलरामपुर जिले में भारी तबाही मचानी शुरू कर दी है. बाढ़ और जलभराव से करीब पांच दर्जनों गाँव घिर गए है .बाढ़ का पानी सड़को पर आ जाने से सड़क यातायात प्रभावित हुआ है . बाढ़ का पानी खेतो में घुस जाने से हजारों एकड़ खड़ी फसल जल बर्बाद हो गयी है और उड़द अरहर और मक्का फसलों को भारी नुकसान हुआ है.बाढ़ का पानी लोगों के घरों में भी घुस गया. जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लगातार बारिश के कारण राप्ती नदी खतरे के निशान को पार कर गयी है .
पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश और नेपाल की पहाड़ियों से आ रहे पानी से दर्जनों गाँव बाढ़ के पानी से घिर गए है . लोगों के घरों में पानी घुस गया है . वही लगातार तीन दिनों से बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया. पहाड़ों पर हुई वर्षा का असर शुक्रवार को क्षेत्र में दिखने लगा. हजारों लोगों के घरों में बाढ का पानी घुस गया. लैबुडडी, लैबुडवा, दादंव रामस्वरूप पुरवा, महादेव, साहब नगर आदि गांव पानी से घिर गए. बाढ़ के कारण लोग घरों से पलायन कर अपने मवेशियों के साथ सड़क किनारे शरण लेने पर मजबूर हो गए है .
हरिहरगंज , ललिया मार्ग , साहब नगर डिप 2 फुट पानी चलने लगा है. जिससे आवागमन बन्द कर दिया गया है . सबसे खराब हालत हरिहरगंज -ललिया मार्ग की है .इस मार्ग पर 2 फुट पानी जमा है . राहगीरों लोगों के आवागमन को बंद कर दिया गया है, और दोनों तरफ़ पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है ताकि लोगों को रोका जा सके . राप्ती नदी शुक्रवार को खतरे के निशान के निशान से 65 सेंटीमीटर ऊपर पहुँच गयी है . राप्ती नदी का जलस्तर 5 सेंटी मीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से लगातार बढ़ रहा है .
बाढ़ के हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने NDRF की मांग की है . बाढ से बिगड़ रहे हालात का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी डॉ महेन्द्र कुमार ने बाढ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राहत व बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए .