प्रयागराज
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से डेंगू का प्रकोप बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है.हाल ही में प्रयागराज में डेंगू के मरीजों को प्लेटलेट्स के नाम पर मौसम्मी का जूस चढ़ाने का मामला सुर्खियों में रहा. कई मरीजों की मौत भी हो गई है.इसे देखते हुए इलाहाबाद हाइकोर्ट ने राज्य सरकार से डेंगू पर नियंत्रण के लिए किये जा रहे उपायों के बारे में और पीड़ितों के उपचार की व्यवस्था की जानकारी मांगी है. मामले पर सुनवाई के लिए 15 नवंबर की तारीख तय की गई है. यह आदेश न्यायमूर्ति मनोज मिश्र तथा जस्टिस विकास की खंडपीठ ने दिया है. कोर्ट में आज इस मामले पर सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई. कोर्ट को बताया गया कि क्षेत्रीय वकील,डॉक्टर, पार्षद,दो संभ्रांत नागरिक, सफाई निरीक्षक और सफाई नायक की वार्ड कमेटियां गठित की गई है
डेंगू कंट्रोल रूम इनसे फीडबैक लेकर कार्यवाही कर रहा है
यह भी बताया कि 30 साइकिल माउंटेड फागिंग अतिरिक्त मशीन सहित कुल 135 मशीने , 8 बडी मशीनें जिला प्रशासन के लिए काम कर रही है.इसके अलावा 22 अतिरिक्त एंटी लार्वा डैंड स्प्रे मशीन सहित कुल 212 बैटरी आपरेटेड स्प्रे मशीन, 20 वाहन स्प्रे मशीन काम कर रही है. फागिंग के लिए माइक्रो प्लान तैयार किया जा रहा है.सरकार की तरफ से ये भी बताया गया कि 108 जल भराव स्थल चिन्हित कर खाली कराये गये है. 62 तालाबों में एंटी लार्वा छिड़काव किया गया है.
स्वास्थ्य विभाग कर रहा है घरों का सर्वे और निरोधात्मक उपाय
8256 घरों का सर्वे हुआ 36 स्थानो पर लार्वा पाया गया.यह भी बताया गया कि अभी तक 1107 रोगीमे से 1036 ठीक हो चुके हैं. 6की मृत्यु हुई है.वहीं बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आर के ओझा ने चीफ जस्टिस की पीठ को बताया था कि 7 वकीलों की डेंगू से मौत हो चुकी है.
कोर्ट ने निरोधात्मक उपाय करने के साथ सही इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया और कार्यवाही रिपोर्ट मांगी है. अगली सुनवाई 15नवंबर को होगी.