दिल्ली : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 2 हजार के नोट को लेकर बड़ा ऐलान किया है. RBI ने 2 हजार के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने का फैसला लिया है. दो हजार का नोट फिलहाल लीगल टेंडर तो रहेगा लेकिन सर्कुलेशन से बाहर कर दिया जायेगा. आरबीआई ने यह भी बताया कि यह नोट 30 सितंबर तक बैंकों में वापस लिए जा सकेंगे
RBI withdraws Rs 2000 note from circulation, to remain legal tender; exchange facility available till Sept 30
Read @ANI Story | https://t.co/tx3MLSD6O4#RBI #Rs2000 #LegalTender pic.twitter.com/yEbVvyV2Bt
— ANI Digital (@ani_digital) May 19, 2023
2016 की नोटबंदी के बाद मोदी सरकार के कार्यकाल में रिजर्व बैंक का ये नोटों से जुड़ा दूसरा बड़ा फैसला है. सरकार से मिली जानकारी मुताबिक बड़े नोटों के कारण करेंसी को ज्यादा नुकसान होता है. इस लिए सरकार ने बड़े नोट वापस लेने का फैसला किया है.
बैंक तत्काल 2 हजार के नोट जारी करना बंद करें
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने देश भर के बैंकों को सलाह दी है कि सभी बैंक तत्काल प्रभाव से 2 हजार के नोट जारी करना बंद कर दें. RBI ने साफ किया है कि फिलहाल बाजार में जो 2 हजार के नोट उपलब्ध हैं, वो वैध करेंसी बनी रहेंगे. रिजर्व बैंक ने लोगों को सलाह दी है कि लोग अपने वर्तमान दो हजार के नोट बदलाव लें, या अपने अकाउंट में जमा कर दें. इसके लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया है.
कैसे बदले अपने 2 हजार के नोट
RBI ने कहा है कि लोग अपने 2 हजार के नोट बैंकों में अपने अकाउंट में जमा करके बदल सकते हैं. जो लोग अपने बैंक अकाउंट में नोट जमा नहीं करना चाहते हैं वो एक्सचेंज के तहत नोट बदलवा सकते हैं. बैंक ने नोट बदलवाने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया है.
नोटबंदी के बाद बाजार की जरूरत के लिए छापे गये थे बड़े नोट-RBI
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) 2016 में ये कहते हुए 2000 का नोट बाजार में जारी किए गए थे कि 500 और एक हजार के नोट को बाद करने से अर्थ व्यवस्था की जरूरत को पूरा करने के लिए बड़े नोट की जरूरत होगी. RBI के मुताबिक अब ये उद्देश्य पूरा कर लिया गया है इसलिए 2000 के नोट को सर्कुलेशन से बाहर किया जा रहा है. यही कारण है कि 2000 के नोट की छपाई 2018 -19 मे ही बंद कर दी गई थी.
ये भी पढ़े :- Aryan Khan Drugs Case: SRK व्हाट्सऐप पर समीर वानखेड़े से मांग रहे थे रहम…
2000 के नोट छापने का उद्देश्य पूरा हुआ- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
आरबीआई की तरफ से जारी प्रेस नोट मे कहा गया है कि बाजार में उपलब्ध 89 प्रतिशत 2000 के नोट 2017 के छपे हुए हैं. अब इन नोटों ने पांच साल का समय पूरा कर लिया है , और नोट छापने का उद्देश्य पूरा कर लिया गया है इसलिए अब 2000 के नोट बंद किया जा रहे हैं