Delhi Pollution : दिल्ली-एनसीआर में फैला प्रदूषण लोगों को बीमार कर रहा है. लगातार कहा जा रहा है कि अब दिल्ली रहने लायक नहीं रह गई है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरुर का कहना है कि अब दिल्ली को राजधानी नहीं रहना चाहिये.
Delhi is officially the most polluted city in the world, 4x Hazardous levels and nearly five times as bad as the second most polluted city, Dhaka. It is unconscionable that our government has been witnessing this nightmare for years and does nothing about it. I have run an Air… pic.twitter.com/sLZhfeo722
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) November 18, 2024
Delhi Pollution से जनता त्रस्त
केवल कांग्रेस नेता ही नहीं, यहां रह रहे हर व्यक्ति का मानना है कि दिल्ली में रहना अब मुहाल है, लेकिन सवाल है क्या दिल्ली छोड कर जाना ही समाधान है और अगर दिल्ली से राजधानी हटाई जाये तो भी इसे कहां ले जा सकता हैं ?
इन दिनों लगातार कई एजेंसीज प्रदूषण पर रिसर्च कर रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में साल दर साल पोल्यूशन जोन फैल रहा है.अगर देखा जाये तो उत्तर भारत का कोई भी शहर अब प्रदूषण से मुक्त नहीं हैं. देश में साफ हवा पानी वाले शहरों की संख्या लगातार घट रही है,केवल 27 फीसदी शहर ही ऐसे बचे हैं जहां की हवा साफ है.
कांग्रेस नेता ने दिया है कि सुझाव है कि देश की राजधानी को दिल्ली से हटाकर चेन्नई या हैदराबाद जैसे शहरों में कर देना चाहिये, या किसी ऐसे शहर में जहां की हवा इंसानों के रहने लायक हो.
दिल्ली और इसके आस पास उत्तर भारत का कोई शहर ऐसा नहीं है जहां की हवा साफ हो, वहीं दक्षिण भारत में तिरुअनंतपुरम और उत्तर पूर्व के कुछ शहर जैसे जहां अभी हवा पानी साफ हैं.
देश में कैसी है हवा की हलात
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक बुधवार सुबह को देश के छह प्रमुख शहरों में हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ की श्रेणी में दर्ज किया गया. 4 शहर ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज हुए वहीं 4 को ‘संतोषजनक’ की श्रेणी में रखा गया. केवल दो शहर ऐसे हैं जिन्हें ‘अच्छी’ श्रेणी मिला .दिल्ली में बुद्धवार यानी आज भी प्रदूषण का स्तर बेहद खराब (494) के ही स्तर पर रहा, हलांकि सूचकांक में कुछ प्लाइंट का अंतर आया है. लखनऊ में 299 और पटना में AQI 265 दर्ज किया गया. नार्थ इस्ट के शहर आइजोल में वायु गुणवत्ता 26(AQI) और गुवाहाटी में 43 (AQI) रिकॉर्ड हुआ.