शुक्रवार का दिन अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए बेहद खराब रहा. एक तरफ जहां आप राज्यसभा सांसद से मारपीट का मामला सुर्खियों में छाया रहा वहीं कोर्ट में सीएम और पार्टी दोनों की मुश्किलें बढ़ती नज़र आई. शुक्रवार को जहां ईडी ने Delhi Liquor Policy मामले में राऊज एवेन्यू कोर्ट में दायर सप्लीमेंट्री चार्टशीट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ अब उनकी पार्टी को भी आरोपी बनाया है. वहीं सुप्रीम कोर्ट में सीएम की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका की सुनवाई में कहा कि उसने केजरीवाल और “हवाला ऑपरेटरों” के बीच चैट की ढूंढ ली है.
Delhi Liquor Policy, ईडी ने केजरीवाल, आप के खिलाफ दायर की चार्जशीट
वहीं शराब नीति घोटाले मामले में राऊज एवेन्यू कोर्ट में हुई सुनवाई में ईडी ने दायर सप्लीमेंट्री चार्टशीट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ अब उनकी पार्टी को भी आरोपी बनाया है. जिसके बाद आम आदमी पार्टी किसी आरोप पत्र में आरोपी के रूप में शामिल की जाने वाली पहल राजनीतिक पार्टी बन गई है.
इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि, “अकाट्य सबूतों के आधार पर एक विस्तृत अभियोजन शिकायत (या आरोप पत्र) दायर किया गया है, जो दर्शाता है कि केजरीवाल मुख्य साजिशकर्ता हैं, जिन्होंने दिल्ली के सीएम के रूप में अपने पद का इस्तेमाल ‘कंपनी’ यानी AAP द्वारा पीएमएलए (मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम) की धारा 4 के तहत दंडनीय मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध को सुविधाजनक बनाने के लिए किया.”
एक जून तक अंतरिम बेल पर हैं केजरीवाल
आपको याद दिला दें, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली शराब नीति मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को 1 जून तक अंतरिम बेल पर है. हालांकि इस दौरान उनके बतौर सीएम काम करने और ऑफिस या दिल्ली सचिवालय जाने पर रोक है. कोर्ट ने केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रचार करने के लिए बेल दी है और उन्हें 2 जून को सरेंडर करने होगा.