नए साल पर दर्दनाक हादसे में अंजलि मौत मामले में हर वक्त नए नए खुलासे हो रहे हैं . जो इस केस को और भी ज्यादा सुर्ख़ियों में ला रहे हैं . इस मामले में 7 आरोपियों समेत मृतका अंजलि सभी शक के घेरे में हैं . पुलिस बस यही सवाल तलाश रही हैं कि क्या अंजलि कि मौत महज़ एक हादसे की वारदात है या फिर क़त्ल. इसी कड़ी में कंझावल मौत मामले से जुड़ी कुछ खबरें सामने आई है. आरोपियों ने कुछ दिल को दहला देने वाले खुलासे किये हैं . जिससे ये तो साफ़ होता है कि ये महज़ एक हादसा नहीं था और किसी क़त्ल से कम नहीं था . तो वहीं दूसरी तरफ मृतका अंजलि के घर चोरी की वारदात की खबर भी सामने आई है .
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अंजलि के घर में हुई चोरी
दरअसल कंझावला सड़क दुर्घटना में मरने वाली अंजलि के घर में बीती रात चोरों ने सेंध लगा दी. अंजलि के घर से एलसीडी टीवी गायब है और पूरा घर बिखरा हुआ है. परिजनों ने घर की तलाशी ली और उन्होंने इन सब के पीछे कंझावला सड़क दुर्घटना की इकलौता चश्मदीद गवाह निधि पर शक जताया है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि सुबह 7:30 बजे करीब पड़ोसी ने फोन करके ताला टूटे होने की जानकारी दी थी. जिसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई. अंजलि की बहन और मौसी ने घर आकर देखा तो पता चला कि घर से एलसीडी टीवी गायब है और पूरा सामान बिखरा हुआ है. अंजलि की मौसी ने ये भी बताया कि लग रहा है कि घर की तलाशी ली गई है और उन्होंने इसके पीछे निधि का हाथ बताया. हालांकि जब पुलिस ने शक के पीछे की वजह पूछी तो उन्होंने इसकी वजह पता न होने की बात कही.
अंजलि के परिजनों को जानकारी देने वाले बनवारीलाल ने बताया कि उनके घर का बल्ब गायब था और बाहर से कुंडी लगी हुई थी. किसी की मदद से बाहर निकल कर देखा तो अंजलि के घर के दरवाजे का ताला टूटा हुआ था. इसके बाद उन्होंने तुरंत परिजनों को मामले की जानकारी दे दी. उन्होंने कहा कि उनके घर की कुंडी लगाई गई थी ताकि आवाज होने पर वह बाहर निकल कर देख ना सके. वहीं निधि के मामा ने पूरे मामले में पुलिस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पुलिस ने कोई सुरक्षा नहीं दी है. घर के पास पुलिस नहीं है. इतना सब कुछ होने के बाद भी पुलिस सक्रिय नहीं है.
आरोपियों ने कबूला जुर्म
पुलिस की पूछताछ में कंझावला कांड के आरोपियों ने कुछ ऐसे खुलासे किये जिससे ये साबित होता है कि ये महज़ एक हादसा नहीं है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक कार में सवार आरोपियो को एक्सीडेंट के तकरीबन कुछ मिनट बाद ही पता चल गया था कि उनकी गाड़ी के नीचे अंजलि फंसी हुई है. आरोपियों ने अंजलि को इसलिए नहीं निकाला क्योंकि आरोपियों को इस बात का डर था कि अगर वो कार से उतरे और अंजलि को निकालें. तो कोई उन्हें देख ना ले इसलिए सब कुछ पता होते हुए भी वो गाड़ी भगाते हुए ले गए और नीचे अंजलि दर्द से चिल्लाती रही लेकिन आरोपियों को ज़रा भी तरस नहीं आया .
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसी कारण से आरोपियों ने अंजलि को कार के नीचे से नहीं निकाला पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपियों को लग रहा था कि अंजलि की लाश खुद निकल जायेगी इससे वो बच जाएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और करीब 15 किलोमीटर तक अंजलि की लाश उन्ही की गाड़ी के नीचे दिल्ली की सैकड़ों पर घिसटती रही . ये सभी बातें आरोपियों ने खुद कबूली है .
हालांकि पुलिस का कहना है कि इनके बयानों में विरोधाभास है इसलिए हर एंगल की बारिकी से जांच की जा रही है . अब सवाल ये है कि जो चोरी अंजलि के घर में हुई वो महज़ एक चोरी है या किसी सबूत को मिटाने की कोशिश . पुलिस को इस बारे में भी जांच करनी चाहिए .
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