Coronavirus New Variant: कोरोनावायरस पिछले तीन चाल साल की तरह एक बार फिर से लोगों को डराने लगा है. दक्षिणी राज्य केरल में दो लोगों की इस वायरस के नये वेरियेंट से मौत भी हुई है. जिसने एक बार फिर से देश में कोरोनावायरस का डर फैला दिया है. केरल में पिछले कुछ दिनों में दो लोगों ने कोविड की वजह से जान गंवाई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने राज्यभर में वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है.कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे पड़ोसी राज्यों में भी स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है और अस्पतालों को अलर्ट मोड में रखा गया है.
Coronavirus New Variant से दो लोगों की मौत
कोविड के नए वेरिएंट से मरने वालों में कोझिकोड जिले के वट्टोली के 77 वर्षीय कलियाट्टुपरमबथ कुमारन और कन्नूर जिले के पनूर के 82 वर्षीय पलक्कंडी अब्दुल्ला शामिल हैं. शुक्रवार को कुमारन की मौत के बाद एक लैब टेस्ट में इस बात की पुष्टि हुई कि उनकी मौत की वजह कोविड ही रही है. शनिवार को कोझिकोड के एक प्राइवेट अस्पताल में खांसी और सांस लेने में तकलीफ के इलाज के दौरान अब्दुल्ला की संक्रमण की वजह से जान चली गई.
केरल में मिला नया कोविड वेरिएंट
देश के इस दक्षिणी राज्य में कोविड के नए सब वेरिएंट जेएन.1 का पता चला है. 8 दिसंबर को तिरुवनंतपुरम जिले के काराकुलम से आरटी-पीसीआर पॉजिटिव सैंपल्स में सब वेरिएंट का पता चला.तमिलनाडु में कोविड से बचाव के सभी एहतियाती कदम उठाए जाने लगे हैं. स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यम ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को वायरस को फैलने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए कहा गया है
कर्नाटक के अस्पतालों में मॉक ड्रिल
राज्य सरकार ने कर्नाटक के अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने का फैसला किया है. सरकार ने मंगलवार को कोविड-19 पर तकनीकी सलाहकार समिति भी बुलाई है. सरकार की तरफ से टेस्टिंग किट खरीदने का निर्देश जारी किया गया है. इसमें आरटी-पीसीआर जांच, रैपिड एंटीजन टेस्ट और वायरल ट्रांसपोर्ट मीडियम शामिल हैं. मॉक ड्रिल के जरिए ये पता लगाया जा रहा है कि आईसीयू बेड, ऑक्सीजन की उपलब्धता और दवाओं सहित कितने बेड हैं.
सबसे पहले कहां मिला सब-वेरिएंट?
सिंगापुर में एक भारतीय यात्री में JN.1 संक्रमण का पता चला. यह शख्स तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले का मूल निवासी है और उसने 25 अक्टूबर को सिंगापुर की यात्रा की थी. तिरुचिरापल्ली जिले या तमिलनाडु के अन्य स्थानों में JN.1 से संक्रमण के मामले सामने आने के बावजूद मामलों में कोविड केस में इजाफा देखने को नहीं मिला है. भारत में JN.1 सब-वेरिएंट का कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है.