दिल्ली : कोरोना के नए वेरिएंट Corona New Variant मिलने पर सरकार सतर्क दिख रही है. दिल्ली में आज इसकी जाता स्थिति को लकेर स्वास्थ्यमंत्री मनसुख मांडविया बैठक कर रहे हैं जिसमें आज बुधवार सुबह हुई बैठक में सभी राज्यों और केंद्र शाषित प्रदेशों के स्वास्थ्य विभाग से संबधित अधिकारी और स्वास्थमंत्री शामिल हुए. इस बैठक में संक्रमण की रोकथाम और स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों का जायजा लिया गया . बैठक में ICMR के निदेशक डॉ.राजीव बहल, नीति आयोग के सदस्य डॉ.वीके पॉल और ICMR के पूर्व महादनिशेक ड़ॉ. सौम्या स्वामीनाथन शामिल हुए.
CORONA New Variant पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने की बैठक
आज हुई बैठक में भी नये वेरियंट सतर्कता पर जोर डाला गया साथ ही ये कहा गया कि डरने की जरुरत नहीं है. बैठक में इस बात पर जोर डाला गया कि अस्पतालों में तैयारी, निगरानी बढ़ाने और लोगों के साथ जानकारी साझा करने के लिए मॉकड्रील्स किये जायें ताकि लोगों के साथ प्रभावी संचार हो सके.
सोमवार को भी हुई थी बैठक
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रियों की एक समीक्षा बैठक हुई थी,जिसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को भारत के कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 मामलों में ताजा वृद्धि और नए जेएन.1 सब-वेरिएंट के पहले मामले का पता चलने पर सतर्कता बरतने की सलाह जारी की थी. केंद्रीय स्वास्थ मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि ये मिलजुल कर काम करने का समय है.
Corona New Variant का केरल में आया था मामला
केरल में ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट का नया मामला सामने आया है.इसी बीच कर्नाटक ने 60 वर्ष और उसके ऊपर के लोगों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया है.केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने राज्य सरकारों को भेजे पत्र में देश में कोविड की स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया है.इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय, ICMR, नीति आयोग और टास्क फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.भारत में सोमवार को कोविड के 1,828 मामले दर्ज किए गए. केरल में मामलों की संख्या सबसे अधिक 1,634 है.
गंभीर सांस बीमारी मामलों की होगी निगरानी
सभी राज्यों को सलाह दी गई है कि वे सभी जिलों में कोविड परीक्षण दिशानिर्देशों के अनुसार पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करें और आरटी-पीसीआर और एंटीजन परीक्षणों की अनुशंसित हिस्सेदारी बनाए रखें.केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए राज्यों को सतर्क रहने बीमारी के फैलाव में वृद्धि के जोखिम को कम करने के लिए आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय और अन्य व्यवस्था करने की सलाह दी.
क्या है नया वेरिएंट
जेएन.1, बीए.2.86 ओमिक्रॉन वेरिएंट का एक उप-वंश है और अन्य देशों में फैलने से पहले इसे पहली बार अगस्त में लक्ज़मबर्ग में पाया गया था.पहली बार जुलाई में डेनमार्क में पाया गया था.BA.2.86, जिसे “पिरोला” संस्करण के रूप में भी जाना जाता है.यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार जेएन.1, बीए.2.86 के समान वंश का हिस्सा है और इसमें एक अतिरिक्त स्पाइक उत्परिवर्तन – एल455एस उत्परिवर्तन शामिल है.जिसमें प्रतिरक्षा-विरोधी गुण हैं.मंत्रालय ने आरटी-पीसीआर परीक्षणों की संख्या बढ़ाने और भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम प्रयोगशालाओं में जीनोम अनुक्रमण के लिए सकारात्मक नमूने भेजने के लिए भी प्रोत्साहित किया, ताकि समय पर नए वेरिएंट का पता लगाया जा सके.
सरकार लगातार कर रही निगरानी
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के सचिव सुधांश पंत ने विशेष रूप से जिला स्तर पर निरंतर निगरानी बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया.वायरस के किसी नए वेरिएंट की पहचान नहीं की गई है. फिर भी, राज्य सरकारों का ध्यान केंद्रित करने के लिए कुछ प्रमुख कार्रवाइयों की रूपरेखा तैयार की गई है.इस बीच केरल जैसे कुछ दक्षिणी राज्यों में कोविड मामलों में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है.आगामी त्योहारी सीजन के दौरान बढ़ते संचरण के जोखिम को कम करने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों और व्यवस्था को लागू करना.