Friday, September 20, 2024

Manipur violence पर CJI की कड़ी टिप्पणी-राज्य में कानून व्यवस्था ठप्प,DGP कोर्ट में हाजिर होकर दें जवाब

दिल्ली  : मणिपुर में जारी हिंसा और महिलाओं के साथ बदसलूकी Manipur violence के मामले में दाखिल अलग अलग याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में आज लगतार दूसरे दिन भी सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाय चंद्रचूड़ (CJI DY CHANDRACHUD) ने मणिपुर के हालात पर Manipur violence कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि ये साफ है कि राज्य में हालात सरकार के नियंत्रण से बाहर है. मई से लेकर जुलाई तक राज्य में कानून व्यवस्था ठप्प थी.जांच में इतनी सुस्ती है, लंबे समय तक FIR तक दर्ज नहीं की गई,गिरफ्तारी नहीं हुई.

Manipur में हालात सुधर रहे हैं- तुषार मेहता , एसजी

CJI डीवाय चंद्रचूड़ की टिप्पणी पर सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि अब राज्य में हालात बदल रहे हैं. आप सीबीआई को मामलों की जांच करने दें. केंद्र की तरफ से कोई सुस्ती नहीं बरती जा रही है. अदालत चाहे तो मॉनिटरिंग कर सकता है.

Manipur violence पर CBI काम नहीं कर पायेगी- सुप्रीम कोर्ट

सीबाआई को मामला Manipur violence केस सौंपने की मांग पर कोर्ट ने कहा कि अब तक 6 हजार FIR दर्ज हुए हैं, अगर इनमें से 50 FIR CBI को सौंप भी दिया जाये तो बाकी 5950 केस का क्या होगा?  कोर्ट ने ये भी टिप्पणी की कि वीडियो से ये भी स्पष्ट है कि वीडियो मामले में भी प्रथमिकी दर्ज करने में देर हुई है. ऐसा लगता है कि महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाये जाने के बाद उनका बयान दर्ज किया गया है. अदालत ने आदेश दिया कि सोमवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) खुद कोर्ट में हाजिर हो और संबंधित सवालों के जवाब दें. मामले की अगली सुनवाई 7 अगस्त,सोमवार को होगी.

सरकार के वकील तुषार मेहता की दलील की सारे मामले की जांच सीबीआई को दे दी जाये इस पर सीजेआई ने कहा कि आप कह रहे हैं कि कुल 6500 FIR दर्ज हैं, लेकिन इममें से कितने मामले गंभीर प्रकृति के हैं जिनपर तुरंत कार्रवाई की जरुरत है.उसी से लोगों में विश्वास बनेगा. अगर हमने सभी के सभी केस सीबीआई को दे दिये तो सीबीआई काम नहीं कर पायेगी. ये भी समझना होगा कि सीबीआई का इंन्फ्रास्ट्राक्चर क्या है?

इस पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि मामलों के वर्गीकरण की जरुरत है जिसमें टाइम लगेगा. इस लिए  शुक्रवार तक का समय दिया जाये. तुषार मेहता की मांग पर अदालत ने कहा कि पहले ही बहुत समय बीत चुका है. सोमवार को सारी जानकारी लेकर डीजीपी कोर्ट में आकर जवाब दें.

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 अदालत में अवैध घुसपैठ के मामले का हुआ जिक्र

सुप्रीम कोर्ट में मणिपुर के कई मामलों की सुनवाई एक साथ हो रही है. सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही साफ कर दिया था कि मणिपुर के हालात पर दाखिल सभी मामलों की सुनवाई एक साथ ही होगी. ऐसे ही एक मामले में पेश होते हुए वरिष्ठ वकील रंजीत कुमार ने सीमा पार से म्यामार के घुसपैठियों के आने का जिक्र किया. रंजीत कुमार ने कहा कि ये लोग सीमापार से आकर यहां ड्रग का व्यापार करते हैं. इस पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि  जो लोग वहां मारे जा रहे हैं, या मारे जा चुके हैं वो हमारे ही लोग हैं. इस पर तुषार मेेहता ने कहा कि  जिन लाशों को किसी ने क्लेम नही किया उनमें ज्यादातक लाशें घुसपैठियों की हैं. इस पर सीजेआई ने कहा कि अब तक कितने शवों की पहचान हुई, मरने वालों के नाम क्या हैं, ये बतायें .हम जो कमिटी बनायेंगे उसमें मुआवजे का भी सुझाव होगा.

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