अभिषेक झा,ब्यूरो चीफ
पटना : रामचरितमानस को समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताने वाले तेजस्वी यादव की पार्टी के विधायक और नीतीश कुमार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के बयान के बाद बिहार के साथ-साथ पूरे देश की राजनीति गर्म हो गई है. जिन दलित और पिछड़ी जाति के लोगों के हक की बात को लेकर शिक्षा मंत्री बेतुका बयान दे रहे हैं उसी समाज के नेता चिराग पासवान ने प्रो. चंद्रशेखर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है.
नीतीश कुमार को कीमत चुकानी होगी
लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री ने लाखों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है और लोगों की भावनाओं को भड़काने का काम किया है. उन्होंने कहा कि जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जाति के नाम पर समाज को बांटने का काम करते हैं तो उनके मंत्री से और क्या उम्मीद की जा सकती है. चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार इसका खामियाजा पहले भुगत चुके हैं और आने वाले चुनावों में भी उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री ने लाखों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है और लोगों की भावनाओं को भड़काने का काम किया है. उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. #Bihar #Ramayan pic.twitter.com/MMU092Yh0n
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) January 12, 2023
समाज को बांटने का काम कर रहे हैं सीएम नीतीश
जमुई से सांसद चिराग पासवान ने कहा कि बिहार एक ऐसा प्रदेश है जहां के मुख्यमंत्री ने अपनी पूरी राजनीति समाज को बांट कर ही किया है. बंटवारे की राजनीति कर नीतीश कुमार कई सालों से बिहार के सीएम बने हुए हैं. जो मुख्यमंत्री दलित को महादलित में बांटे, पिछड़ा को अतिपिछड़ा में बांट दे और कभी अगड़ा तो कभी पिछड़ा की राजनीति करता हो, उसके मंत्री से क्या उम्मीद की जा सकती है. खुद मुख्यमंत्री नीतीश और उनके मंत्री भड़काउ बयान देते रहते हैं. लोगों की आस्था से इस तरह से खिलवाड़ करने का परिणाम पहले भी नीतीश कुमार पिछले चुनाव में भुगत चुके हैं और आने वाले चुनावों में फिर से जनता उन्हें इसका माकूल जवाब देगी.