Sunday, September 8, 2024

कुंभ 2025: मुख्यमंत्री योगी ने नमामि गंगे परियोजना को लेकर की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 दिसंबर 2022 को केंद्र सरकार की बहु चर्चित परियोजना नमामि गंगे की बैठक करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को योजना ठीक ढंग से पूरी करने के लिए दिशा निर्देश दिए हैं. इस बैठक का मकसद ये था की साल 2025 में प्रयागराज में होने वाले कुंभ को लेकर जल्द से जल्द ये योजना पूरी हो . उसके लिए भी उन्होंने अफसरों से पूरी रिपोर्ट मांगी है. बैठक में सीएम ने कहा कि मां गंगा, उत्तर प्रदेश को प्रकृति प्रदत्त अनुपम उपहार हैं. गंगाजी के बहाव के ज्यादातर इलाका उत्तर प्रदेश में हैं. यह हमारी आस्था का केंद्र बिंदु हैं तो अर्थव्यवस्था का बड़ा आधार भी.

गंगा नदी में डॉल्फिन की वापसी

गंगा व सहायक नदियों को अविरल-निर्मल बनाने के संकल्प के साथ प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में जारी ‘नमामि गंगे परियोजना’ के अत्यंत संतोषप्रद परिणाम देखने को मिले हैं. गंगा और बाकी की सहायक नदियों की स्वच्छता के इस अभियान में केंद्र व राज्य सरकार के प्रयासों में जनसहयोग भी प्राप्त हो रहा है. आज गंगा नदी में डॉल्फिन की वापसी हुई है तो तकनीक का प्रयोग कर नदियों को स्वच्छ बनाया जा रहा है. नमामि गंगे परियोजना गंगाजी के साथ साथ सहायक नदियों के लिए भी लाभकारी है है.

2025 से पहले गंगा को स्वच्छ बनाने का संकल्प पूरा होगा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में यहां अभूतपूर्व कार्य हुआ है. कानपुर के जाजमऊ और सीसामऊ में गंगा में गंदे पानी को गिरने से रोकने के लिए प्रभावी प्रयास किया गया है. अब यहां सेल्फी प्वाॅइंट बन गया है. प्रयागराज कुंभ 2025 के प्रारंभ होने से पहले तक मां गंगा को स्वच्छ बनाने का संकल्प पूरा करना होगा.

नमामी गंगे की विस्तृत जानकारी

योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि नदियों को सीवरेज के गंदगी और पानी को दूषित होने से बचाने के लिए एसटीपी लगााने की कार्यवाही में तेजी की जाएगी. मां गंगा अनादिकाल से हमारी आस्था का केंद्र रही हैं. ‘अर्थ गंगा’ अभियान का सर्वाधिक लाभ उन करोड़ों लोगों को होगा जिनकी आजीविका गंगा पर ही निर्भर है. अर्थ गंगा से सकल घरेलू उत्पाद में 3% का योगदान होने के लक्ष्य के साथ हमें ठोस प्रयास करना होगा. विशेषज्ञों की सहायता से इसे एक मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए भी प्रयास किए जाएं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में वर्ष 2019 में राष्ट्रीय गंगा परिषद की प्रथम बैठक कानपुर में सम्पन्न हुई थी. अब आगामी 30 दिसम्बर को द्वितीय राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक प्रस्तावित है. जिसे देखते हुए आवश्यक तैयारी समय से पूरी कर ली जाए. बैठक में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.

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