Friday, November 8, 2024

Yogi Adityanath : युवाओं को सक्षम बनाने के लिए स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना प्रारम्भ

गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath जी ने दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर के दीक्षा भवन में स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना के अन्तर्गत लगभग 1000 छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन वितरित किए. इस अवसर पर उन्होंने महायोगी गुरु श्रीगोरक्षनाथ शोधपीठ की त्रैमासिक ई-पत्रिका गोरखपथ का विमोचन भी किया.

मुख्यमंत्री Yogi Adityanath- गोरखपुर के दीक्षा भवन में स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना के अन्तर्गत लगभग 1000 छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन वितरित किए।
मुख्यमंत्री Yogi Adityanath- गोरखपुर के दीक्षा भवन में स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना के अन्तर्गत लगभग 1000 छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन वितरित किए।

20 लाख युवाओं को टैबलेट/स्मार्ट फोन का वितरण किया जा चुका है

इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल में हर क्षेत्र प्रभावित था, जिसमें शिक्षा का क्षेत्र भी था. जब कोरोना में सब कुछ बन्द हो गया, तब तकनीक का उपयोग करते हुए युवाओं को सक्षम बनाने के लिए स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना प्रारम्भ की गयी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 02 करोड़ युवाओं को स्मार्ट फोन वितरण का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें अभी तक लगभग 20 लाख युवाओं को टैबलेट/स्मार्ट फोन का वितरण किया जा चुका है. यह स्मार्ट फोन शिक्षा के साथ-साथ युवाओं को सशक्त करने का भी माध्यम बनेंगे. युवा केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी के साथ ही, उसका लाभ भी प्राप्त कर पाएंगे.

Yogi Adityanath: तकनीक के उपयोग से राशन वितरण में बेहतर परिणाम देखने को मिले

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शासन ने एक प्रयास प्रारम्भ किया है कि सभी विद्यार्थियों, खासकर स्नातक व परास्नातक के अन्तिम वर्ष के छात्रों को इस योजना से जोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि तकनीक हमारे लिए कितनी उपयोगी हो सकती है, इसका उदाहरण सार्वजनिक वितरण प्रणाली जैसी योजना में देखा जा सकता है. तकनीक के उपयोग से लोगों को राशन वितरण में बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं. मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली मे पहले गरीबों को राशन नहीं मिल पाता था. वर्तमान प्रदेश सरकार ने शासन में आने के बाद इस गम्भीर समस्या के समाधान के लिए तकनीक को अपनाते हुए भ्रष्टाचार पर रोक लगाई है. प्वाइण्ट ऑफ सेल मशीन तकनीक के माध्यम से राशन की दुकानों की मॉनीटरिंग की गई. आधार कार्ड से राशन कार्ड को जोड़कर प्रत्येक व्यक्ति के नमूने लिये गए. इन्हीं सब प्रयासों के कारण आज भारत में उत्तर प्रदेश की सार्वजनिक वितरण प्रणाली सबसे अच्छी है.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी ने सनातन धर्म व भारतीय दर्शन को वैश्विक पटल पर सशक्त तरीके से रखा था. उन्होंने भारतीय अध्यात्म से पूरे विश्व का परिचय कराया था. स्वामी विवेकानन्द जी ने कहा था कि विज्ञान की सीमाएं जहां खत्म होती हैं, वहां से भारतीय दर्शन व आध्यात्म शुरू होता है. भारत विश्व का सर्वाधिक युवा शक्ति वाला देश है. भारत दुनिया में इकलौता देश है, जहां 56 प्रतिशत आबादी कामकाजी है.

कोरोना के बाद प्रधानमंत्री जी ने नई शिक्षा नीति बनाई

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिणाम लाने के लिए प्रयास की आवश्यकता होती है. सभी शिक्षण संस्थान केवल डिग्री व सर्टिफेकेट देने का केन्द्र न बनकर छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य करें. कोरोना के बाद प्रधानमंत्री जी ने नई शिक्षा नीति बनाई है, जिसके माध्यम से इन शिक्षण संस्थानों के छात्र सर्टिफेकेट प्राप्त करने के साथ ही, आत्मनिर्भर व स्वावलम्बी बनकर बाहर निकलेंगे. आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आजादी के अमृत महोत्सव में भागीदार बनने के साथ ही, भारत को वर्ष 2047 तक आत्मनिर्भर व विकसित बनाने के लिए पंचप्रण का आह्वान किया है. इसके लिए हम सभी को कार्य करना चाहिए. पंचप्रण की पहली शपथ में प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत की बात की है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी आत्मनिर्भर गांव की बात करते थे.

ये भी पढ़ें: Nitish Cabinet meeting: बजट सत्र को आगे बढ़ाया गया, संतोष सुमन को मिला ग्रामीण…

मूलभूत सुविधाओं के साथ 1.25 लाख रुपये से 1.50 लाख रुपये तक का मानदेय प्राप्त हो रहा है

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शिक्षा ज्ञान तब बनेगी, जब वह व्यावहारिक रूप से धरातल पर उतरेगी. योजनाओं को शुरू करने से पहले उसके सामाजिक प्रभाव व वहां के जैव पर्यावरण पर प्रभावी अध्ययन किया जाता है, फिर उस पर चर्चा होती है, फिर उस योजना को लागू की जाती है. पहले इन अध्ययनों में दुनिया के कुछ देशों का एकाधिकार था, यह अध्ययन हमारे शिक्षण संस्थानों को भी करना चाहिए. फेलोशिप के माध्यम से छात्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देकर यह कार्य किया जा सकता है. मित्र देश अपने यहां भारत के श्रमिकों को बुलाना चाहते हैं. शासन ने इन कार्यबलों को कुशलता प्रदान करने की तैयारी भी की है. शासन इजरायल हेतु 05 हजार श्रमिकों को भेजने के क्रम में 1200 श्रमिकों को भेज चुका है. वहां इन श्रमिकों को मूलभूत सुविधाओं के साथ 1.25 लाख रुपये से 1.50 लाख रुपये तक का मानदेय प्राप्त हो रहा है. अगर इन सामान्य श्रमिकों को और कुशल बना दिया जाये तो इनकी आमदनी में कई गुना बढ़ोत्तरी हो सकती है. इसके लिए हम सभी को तैयार होना पड़ेगा.

ये भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में खुलेगा प्रदेश का पहला आयुर्वेद विश्वविद्यालय,स्कूली पाठ्यक्रम में लागू होगा योग…

Yogi Adityanath- 05 लाख पर्यटक बिना किसी रुकावट या समस्या के दर्शन कर रहें हैं

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अयोध्या के विकास में सरकार द्वारा लगाया गया धन वहां की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा. श्रद्धालुओं के आगमन तथा होटल, टैक्सी एवं अन्य संसाधनों के उपभोग से वहां की अर्थव्यवस्था में वृद्धि होगी. सरकार की अयोध्या के विकास में दूरदर्शी सोच के कारण ही इसका चौमुखी विकास हो रहा है. इसी कारण 05 लाख पर्यटकों को बिना किसी समस्या के नियंत्रित किया जा रहा है. विकास में विभिन्न बाधाएं आने के बावजूद आज अयोध्या फोरलेन कनेक्टविटी के साथ जुड़ रहा है. इन विकास कार्यों से नये-नये लोगों को गाइड आदि के रूप में रोजगार भी मिलेगा. एक नई दिशा में सबको आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा. वहां की ऐतिहासिक जानकारी को अच्छे ढंग से समझा सकते हैं. यह सभी के लिए एक अच्छा अवसर है और इस दिशा में आगे बढ़कर कार्य कर सकते हैं.

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news