अभिषेक झा,ब्यूरो चीफ
पटना :- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र स्थित ज्ञान भवन में इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस की 101वीं गवर्निंग काउंसिल मीट एवं टेक्निकल सेमिनार का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों ने बिहार में जो निर्माण कार्य करवाया है उसको जरूर देखकर जाइएगा. बिहार म्यूजियम अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनवाया है, उसको भी एक बार देख लीजिए.मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे बिल्डिंग बने, सड़क बने, पुल बने कोई भी चीज बने उसका निरंतर मेंटेनेंस होना चाहिए और उसके लिए हमने कन्सर्न विभाग को ही कहा है. इसके लिए जितने लोगों की बहाली करनी पड़े कीजिए. जब मेंटेनेंस पूरे तौर पर होगा तो कभी कोई गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं रहेगी.
नीतीश कुमार ने कहा कि सरदार पटेल भवन को भी जाकर देखिए, कितना सुंदर और मजबूत बनाया गया है. 9 रिक्टर स्केल तक इस भवन को कुछ नहीं हो सकता है. यहां से सिर्फ पुलिसिंग का काम ही नहीं होगा बल्कि आपदा प्रबंधन का काम भी यहां से होगा. यहां पर जो लोग भी रहेंगे उनको 7 दिन तक किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी. अंदर जरूरत के सारे इंतजाम किए गए हैं.
बड़ी खुशी की बात है कि 20 जगहों से आप सबलोग यहां आए हैं. आप सबलोगों का यहां स्वागत है. ये गरीब राज्य है लेकिन उसके बाद भी हमलोग सब के उत्थान के लिए काम करते रहते हैं. आपलोगों को पता है कि हम भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पढ़े हैं लेकिन इंजीनियर की नौकरी नहीं किए. हमको नौकरी मिल गई थी फिर भी हम नौकरी नहीं किए और आंदोलन में लग गए, जे०पी० मूवमेंट से जुड़ गए. हमलोग तो काम कर रहे हैं, सेवा कर रहे हैं. सेमिनार में आए सभी लोगों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ जगहों को जरूर देख लीजिएगा तो आपलोगों को पता चलेगा कि यहां कैसी बिल्डिंग बन रही है. आपलोग विशेषज्ञ भी हैं इसलिए आपलोगों की सलाह से बहुत लाभ होगा कि भवनों का किस तरह से और बेहतरीन ढंग से मेंटेनेंस हो सकता है.
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों द्वारा दिल्ली में प्रदूषण से संबंधित प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018 से ही हम पराली नहीं जलाने के लिए लोगों को समझाते आ रहे हैं. इसके लिए हम तो सभी को कहते रहते हैं. इस बार भी लोगों को हमने बता दिया है कि पराली नहीं जलाएं. दिल्ली में जो प्रदूषण बढ़ रहा है वो आस पास के क्षेत्रों के कारण हो रहा है, ये सभी को समझने की जरूरत है.