Baba Siddique murder: मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने सोमवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री जियाउद्दीन अब्दुल रहीम सिद्दीकी उर्फ बाबा सिद्दीकी की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार 26 व्यक्तियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया.
पुलिस ने Baba Siddique murder केस में चार्जशीट दाखिल की
चार्जशीट में तीन वांछित संदिग्धों की भी पहचान की गई है. जिनमें जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई, मोहम्मद यासीन अख्तर (जिसे मोहम्मद जमील, केही और जेसी के नाम से भी जाना जाता है) और पुणे निवासी शुभम रामेश्वर लोनकर शामिल हैं. पुलिस ने तीनों को हाई-प्रोफाइल हत्या में मुख्य साजिशकर्ता बताया है. जांचकर्ताओं का आरोप है कि एक संगठित अपराध सिंडिकेट के नेता अनमोल बिश्नोई ने “मुंबई में वर्चस्व स्थापित करने के लिए” हत्या की साजिश रची.
चार्जशीट Baba Siddique murder को लेकर क्या बताया
पुलिस ने कहा कि हत्या 12 अक्टूबर, 2024 की देर शाम सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी के बांद्रा ईस्ट ऑफिस के बाहर हुई थी. 66 वर्षीय राजनेता को उस समय गोली मार दी गई जब वे रात करीब 9:15 बजे पुलिस गार्ड के साथ बिल्डिंग से बाहर निकल रहे थे.
आधुनिक पिस्तौल से लैस तीन हमलावर सिद्दीकी का पीछा कर रहे थे. जैसे ही वह अपनी कार की ओर बढ़ा, जो करीब 25 से 30 मीटर दूर खड़ी थी, शिवकुमार गौतम नामक एक व्यक्ति ने कथित तौर पर छह गोलियां चलाईं. तीन गोलियां सिद्दीकी के शरीर के ऊपरी हिस्से में लगीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस ने बताया कि सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां एक घंटे के भीतर उसकी मौत हो गई.
चार्जशीट के अनुसार, गौतम एक व्यस्त सड़क पर घटनास्थल से भाग गया, उसने एक खड़ी गाड़ी के पीछे अपनी टी-शर्ट बदली और हमले में इस्तेमाल की गई बंदूक को एक बैग में रख दिया. बाद में वह अपराध स्थल पर वापस आया और लीलावती अस्पताल भी गया, जहाँ एनसीपी नेता को मृत घोषित कर दिया गया.
इस बीच, गौतम के दो साथी धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह ने खेरवाड़ी जंक्शन की ओर भागने का प्रयास किया. उन्हें इलाके में गश्त कर रहे पुलिस अधिकारियों ने पकड़ लिया.