नई दिल्ली : हर साल जैसे ही बजट का समय पास आता है , कआम लोगों के साथ साथ कारोबार जगत की उम्मीदें भी बढ़ जाती है. इस बार भी Union Budget 2024 1 फरवरी को पेश होने वाला है. चुनावी साल है तो लोगों को उम्मीदें है कि सरकार लोकलुभाने वादे पेश कर सकती है . इस बजट से ऑटोमोबाइल सेक्टर को भी काफी उम्मीदें है.
Budget 2024
Union Budget 2024 : ग्रीन मोबिलिटी पर ध्यान देने की जरूरत
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्रीज की कई कंपनियों का कहना है कि सरकार को बजट में ग्रीन मोबिलिटी पर खासतौर से फोकस करने की जरूरत है. कंपनियों का कहना है कि सरकार को अनुकूल नीतियों को जारी रखना चाहिए साथ ही ग्रीन मोबिलिटी से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी फोकस करने की जरूरत है. कंपनियों को उम्मीद है कि सरकार फेम स्कीम को आगे बढ़ाएगी. इसके अलावा सरकार को आगामी बजट में बुनियादी ढांचे के विकास पर भी तेज गति से ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
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ऑटोमोबाइल सेक्ट से जुड़े लोगों का कहना है कि लक्जरी कार उद्योग का जीडीपी (GDP) में महत्वपूर्ण योगदान है. यह ड्यूटी स्ट्रक्चर और जीएसटी को प्राथमिकता देता है. हलांकि पिछले तीन साल से कोविड के पूरी दुनिया में ग्रोथ की रफातर कम है इसलिए इश साल भी व्यापार जगह सरकार से कोई करिश्में की उन्मीद नहीं रखता है लेकिन उन्हे सरकार से ये उम्मीद जरुर है कि ओटोमोबाइल सेक्टर में सरकार की तऱफ से कुछ प्रोत्साहन जरुर मिलेगा. वर्तमान में लक्जरी व्हीकल में 28 फीसदी के शीर्ष जीएसटी स्लैब को आकर्षित करते हैं. इसमें सेडान पर 20 प्रतिशत और एसयूवी पर 22 प्रतिशत का अतिरिक्त उपकर होता है, जिससे कुल भार 50 फीसदी तक पहुंच जाता है.