दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार को योग चिकित्सक Baba Ramdev को उनके ‘शरबत जिहाद’ संबंधी बयान के लिए फटकार लगाते हुए कहा कि वह किसी के नियंत्रण में नहीं हैं और अपनी दुनिया में जीते हैं.
बाबा रामदेव, जिन्होंने विशाल पतंजलि एफएमसीजी साम्राज्य की स्थापना की है, ने हमदर्द के रूह अफजा के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिससे बड़ा विवाद पैदा हो गया था.
दिल्ली हाईकोर्ट ने अवमानना नोटिस जारी करने की इच्छा जताई
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली उच्च न्यायालय ने रामदेव के खिलाफ अवमानना नोटिस जारी करने की इच्छा व्यक्त की है, क्योंकि उन्होंने अपने आदेश का पालन नहीं किया है, जिसमें उन्हें यह वचन देने का निर्देश दिया गया था कि वे भविष्य में किसी प्रतिस्पर्धी के उत्पाद के संबंध में कोई भी ऐसा बयान, विज्ञापन जारी नहीं करेंगे.
न्यायमूर्ति अमित बंसल ने टिप्पणी की, “पैरा 18 की आवश्यकता थी, उन्होंने उसका अनुपालन नहीं किया है. आपने जो हलफनामा दायर किया है, वह प्रथम दृष्टया अवमानना है. उनका किसी पर नियंत्रण नहीं है.”
अदालत ने यह बयान हमदर्द के वकील द्वारा प्रस्तुत किए जाने के बाद दिया, जिसमें कहा गया था कि रामदेव ने अदालत के आदेश के अनुसार एक और वीडियो जारी किया है, जिसमें दावा किया गया है कि हमदर्द द्वारा अर्जित लाभ को मदरसा, मस्जिद बनाने के लिए डायवर्ट किया जा रहा है, और उनका भरोसा मुगलों के औरंगजेब पर है, जबकि पतंजलि का भरोसा भगवान राम पर है.
अदालत ने दिया था शरबत जिहाद वाला वीडियो हटाने का आदेश
न्यायमूर्ति अमित बंसल ने कहा, “पिछले आदेश के मद्देनजर, उनका हलफनामा और यह वीडियो प्रथम दृष्टया अवमानना के दायरे में आते हैं. मैं अब अवमानना नोटिस जारी करूंगा. हम उन्हें यहां बुला रहे हैं.” पिछली सुनवाई में अदालत ने कहा था कि “शरबत जिहाद” वाली टिप्पणी ने उसकी अंतरात्मा को झकझोर दिया है और यह उचित नहीं है. अदालत ने व्यवसायी को संबंधित वीडियो हटाने का आदेश दिया.
हमदर्द ने क्या लगाया आरोप और Baba Ramdev ने क्या दिया जवाब
हमदर्द के वकील ने आरोप लगाया है कि बाबा रामदेव ने सोशल मीडिया पर अपनी कंपनी के “गुलाब शरबत” का प्रचार करते हुए दावा किया था कि रूह अफज़ा बेचकर अर्जित धन का उपयोग मस्जिदों और मदरसों के निर्माण में किया जा रहा है.
पिछले महीने रामदेव ने अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा था कि उन्होंने किसी खास ब्रांड या समुदाय का नाम नहीं लिया. रामदेव ने कहा, “मैंने किसी का नाम नहीं लिया है, लेकिन रूह अफजा वालों ने खुद पर ‘शरबत जिहाद’ ले लिया है… इसका मतलब है कि वे यह ‘जिहाद’ कर रहे हैं.”