दिल्ली में सीएम ऑफिस और LG आफिस के बीच लगातार खींचतान जारी है. उपराज्यपाल दफ्तर से जानकारियां लीक कर सरकार के कामकाज पर तो सवाल उठाते ही जाते रहे है. अब इस्तीफे पर भी सियासत का खेल खेला जा रहा है. एलजी ऑफिस के सूत्रों के हवाले से केजरीवाल सरकार के दो मंत्रियों शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन के इस्तीफे की जानकारी देते हुए कुछ सवाल भी उठाएं गए है.
LG आफिस ने अरविंद केजरीवाल के मंत्रियों के इस्तीफे की तारीख पर उठाया सवाल
दिल्ली उपराज्यपाल के दफ्तर से एक खबर सामने आ रही है बताया जा रहा है कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के त्याग पत्र पर तारीख नहीं है और सत्येंद्र जैन ने 27 फरवरी को ही इस्तीफा दे दिया था फिर दोनों इस्तीफे 28 तारीख को एलजी के पास स्वीकृति के लिए भेजे गए थे.
क्या गिरफ्तारी से पहले इस्तीफा लिख चुके थे मनीष सिसोदिया (Manish Sisodiya)?
दिल्ली उपराज्यपाल कार्यालय ने सवाल उठाया है कि मनीष सिसोदिया का इस्तीफा विस्तार से टाइप करके भेजा गया है, क्या इस तरह से जेल में विस्तृत और टाइप किया हुआ इस्तीफा लिखा जा सकता है? क्या केजरीवाल सरकार ने बिना दिनांक वाला पत्र पहले से तैयार करके रखा हुआ था? क्या सीबीआई द्वारा पूछताछ और गिरफ्तार किए जाने से पहले ही उन्होंने इस पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए थे? साथ ही ये भी पूछा जा रहा है कि क्या सतेंद्र जैन (Satyender Jain) का सादा और हस्तलिखित इस्तीफा उसके बाद लिया गया?
सीएम केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने देर से क्यों भेजे इस्तीफे?
सवाल ये भी उठाया जा रहा है कि अगर मनीष सिसोदिया )Manish Sisodiya ने पहले और सत्येंद्र जैन (Satyender Jain) ने 27 तारीख को इस्तीफा दिया था तो 28 तारीख की शाम इस्तीफे की घोषणा क्यों की गई? क्या सिसोदिया (Manish Sisodiya) और जैन से छुटकारा पाने के लिए अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने खेल खेला है?
कौन फैला रहा है केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के खिलाफ प्रोपेगेंडा ?
सवाल ये है कि इस्तीफा कब दिया कब लिखा इसका इस बात से क्या संबंध है कि इस्तीफा कब मंजूर हुआ. ये तो आम तरीका है कि मंत्री अपने इस्तीफे दे देते है लेकिन जब मुख्यमंत्री उनको मंजूर कर लेता है तभी उन्हें राज्यपाल के पास भेजा जाता है. मनीष सिसोदिया (Manish Sisodiya) की गिरफ्तारी को लेकर तो तब से चर्चा है जब पिछले साल मई में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन (Satyender Jain) की गिरफ्तारी हुए थी.
क्या सीएम केजरीवाल को बदनाम करने का है खेल?
रविवार को जब से दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodiya) को गिरफ्तार किया गया है तबसे आप नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एक कैंपेन चलाया जा रहा है. कहा जा रहा है कि अरविंद केजरीवल खुद मुख्यमंत्री होकर कुछ नहीं करते और अपने साथी मंत्रियों से सब गलत काम करवाते है. ये भी कहा जा रहा है कि खुद अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सिसोदिया को फंसाया है.
आप के कार्यकर्ताओं को दी जा रही है चेतावनी !
इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर हैशटैग केजरीवाल (#kejriwal) चला कर आप कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी जा रही है कि जो हाल सिसोदिया का हुआ वो ही आप का होगा. अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) खुद ईमानदार बने रहेंगे लेकिन कार्यकर्ताओं को जेल जाना होगा.
यानी कुल मिलाकर कहे तो दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के विकास और नगर निगम चुनाव में मिले जनता का प्यार का सामना नहीं कर पाने के बाद अब विपक्षी दल बेतुके सवाल उठा कर आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को बदनाम करने की कोशिश में लगी है. हालत ये है कि मीडिया सेल इस्तीफा देने के प्रचलित तरीके पर भी ऐसे सवाल खड़ा कर रही है जैसे कुछ साजिश हुई हो.
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