Vande Mataram debate: मंगलवार को राज्यसभा में भारी हंगामा हुआ, जब BJP ने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे पर “विषय पर टिके न रहने” का आरोप लगाया. बीजेपी का कहना था कि चर्चा ‘वंदे मातरम’ के 150 साल पूरे होने पर हो रही थी. लेकिन खड़गे ने चर्चा को हाईजैक कर लिया है.
वहीं, LoP खड़गे ने विदेश नीति के मुद्दों और US डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट को लेकर BJP पर ज़ोरदार हमला बोला.
इतना ही नहीं जहां, गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय गीत पर “बहस” की ज़रूरत पर “सवाल” उठाने के लिए कांग्रेस नेताओं पर हमला किया वहीं, खड़गे ने कहा कि ये बहस “नेहरू पर हमला करने की चाल” है
प्रियंका के आरोप पर अमित शाह ने क्या कहा
संसद के ऊपरी सदन में चर्चा की शुरुआत करते हुए शाह ने कहा कि वंदे मातरम वह “मंत्र” था जिसने भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को जगाया.
उन्होंने प्रियंका का नाम लिए बिना आम तौर पर कांग्रेस नेताओं पर वंदे मातरम पर बहस की ज़रूरत पर “सवाल” उठाने के लिए हमला किया. शाह ने कहा, “कुछ लोगों का मानना है कि क्योंकि बंगाल में चुनाव हैं, इसलिए यह चर्चा हो रही है. वे वंदे मातरम के महिमामंडन को पश्चिम बंगाल चुनावों से जोड़ना चाहते हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.”
इसके बाद उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर 1937 में कविता को “बांटने” और इसे दो लाइनों तक सीमित करने का आरोप लगाया. शाह ने इसे “तुष्टिकरण की राजनीति की शुरुआत” कहा, और कहा कि इससे “भारत का बंटवारा हुआ”.
शाह ने कहा, “(वंदे मातरम पर) चर्चा की ज़रूरत तब भी थी जब यह गीत लिखा गया था, आज़ादी की लड़ाई के दौरान, आज भी, और 2047 में भी उतनी ही ज़रूरी होगी जब विकसित भारत बनेगा.”
प्रियंका गांधी के बयान का खड़गे ने किया समर्थन
शाह के बाद कांग्रेस प्रेसिडेंट मलिकार्जुन खड़गे ने प्रियंका गांधी की बातों का सपोर्ट किया. उन्होंने कहा कि वंदे मातरम पर चर्चा “देश की समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए” हो रही है.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा, “PM मोदी और अमित शाह जवाहरलाल नेहरू और दूसरे कांग्रेस नेताओं की अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ते.” उन्होंने मज़ाक में कहा, “लेकिन यह तो आम बात है,” “PM जहां भी जाते हैं, अमित शाह भी उनका अनुसरण करते हैं.”
अमित शाह ने प्रियंका गांधी के सुझाव पर क्या कहा
अमित शाह ने प्रियंका गांधी के इस सुझाव पर भी प्रतिक्रिया दी कि उनके परदादा नेहरू की विरासत पर “एक बार और हमेशा के लिए” चर्चा होनी चाहिए क्योंकि PM मोदी “बार-बार उनका अपमान” करते हैं.
शाह ने कहा, “हम सदन में किसी भी चीज़ और हर चीज़ पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं,” लेकिन उन्होंने साफ़ तौर पर कुछ नहीं बताया.
#WATCH राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “…मुद्दों पर चर्चा करने से कोई नहीं डरता है। हम संसद का बहिष्कार नहीं करते हैं…कोई भी मुद्दा हो हम चर्चा करने के लिए तैयार है लेकिन वंदे मातरम् गान की चर्चा को टालने की मानसिकता, यह नई नहीं है…जब वंदे मातरम के 50 साल… pic.twitter.com/70FGGJyq5s
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 9, 2025
वंदे मातरम को ‘चुनने में नेहरू अकेले नहीं थे’-खड़गे
खड़गे ने कहा, “मैंने सुना कि प्रधानमंत्री ने छंद हटाए जाने के लिए नेहरू को दोषी ठहराया,” और समझाया कि छंदों के चयन पर 1937 का प्रस्ताव कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने पास किया था, “सिर्फ नेहरू ने नहीं”, और महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, मदन मोहन मालवीय और आचार्य जेबी कृपलानी जैसे नेता भी मौजूद थे.
कांग्रेस अध्यक्ष ने रवींद्रनाथ टैगोर का भी ज़िक्र किया, जिन्होंने कहा था कि उन्हें कविता के पहले दो छंदों को गाने के बाकी हिस्से से अलग करने में “कोई मुश्किल” नहीं हुई.
खड़गे ने कहा, “आप इन सभी बड़े नेताओं का अपमान कर रहे हैं. यह उनका मिला-जुला फ़ैसला था. आप सिर्फ़ नेहरू जी को ही क्यों निशाना बना रहे हैं?”
‘वंदे मातरम्’ पर एक नया विवाद खड़ाकर, नरेंद्र मोदी जी ने राष्ट्र नायकों के साथ ही गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जी का भी अपमान किया है।
यह नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी का अपमान है, जिन्होंने ‘वंदे मातरम्’ को स्वतंत्रता संग्राम की धड़कन बना दिया।
इसके साथ ही नरेंद्र मोदी जी ने उस पूरी… pic.twitter.com/YsMaoGX6Pi
— Congress (@INCIndia) December 9, 2025
RSS-BJP का गीत अलग है ,कांग्रेस का गीत ‘वंदे मातरम्’ है
खड़गे ने मज़ाक में कहा, “हम हमेशा से वंदे मातरम गाते आए हैं. लेकिन जो लोग इसे नहीं गाते थे, उन्होंने भी अब इसे गाना शुरू कर दिया है. यह वंदे मातरम की ताकत है.” उन्होंने आरोप लगाया कि RSS और हिंदू महासभा, जिन्हें BJP की शुरुआती या संरक्षक संस्थाएँ माना जाता है, “अंग्रेजों की सेवा कर रही थीं” जब कांग्रेस के सदस्य “वंदे मातरम का नारा लगाते हुए जेल जा रहे थे”.
❌ RSS-BJP का गीत अलग है
✅ कांग्रेस का गीत ‘वंदे मातरम्’ है❌ RSS-BJP का झंडा अलग है
✅ कांग्रेस का झंडा ‘तिरंगा’ है❌ RSS-BJP की किताब मनुस्मृति है
✅ कांग्रेस की किताब ‘संविधान’ है pic.twitter.com/vme1BCKhos— Congress (@INCIndia) December 9, 2025
खड़गे ने पीएम के 2014 से पहले के बयान का हवाला दे सरकार पर बोला हमला
आज 1 डॉलर की कीमत 90 रुपये तक पहुंच गई है. जब देश के सामने आर्थिक रूप से मजबूत खड़ी है, तब ‘वंदे मातरम्’ को लेकर राजनीतिक बहस करना केवल ध्यान भटकाने का प्रयास है.
असली देशभक्त वही है, जो रुपये की गिरती कीमत और आम जनता की सरकारों जैसी समस्याओं का समाधान ढूंढे ना कि केवल भाषणों तक सीमित रहे.
आज के प्रधानमंत्री, पहले कहा करते थे- “देश जानना चाहता है, क्या कारण है कि रुपया गिरता ही चला जा रहा है? यह सिर्फ आर्थिक कारणों से नहीं हुआ, ये सरकार की भ्रष्ट राजनीति के कारण है, जो दिल्ली से चली है.
ऐसे में सवाल है- क्या आप भी भ्रष्ट हैं? क्योंकि आप तो बोलते हैं- हम बहुत पाक हैं, स्वच्छ हैं… तो आज जिस तरह रुपये की कीमत घट रही है, उसका क्या?

