यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक निर्माणाधीन सुरंग रविवार यानी दीवाली की रात को आंशिक रूप से ढह गई. सुरंग में मज़दूर काम कर रहे थे. सुरंग के ढह जाने के फैरन बाद से बचाव और राहत अभियान शुरु कर दिया गया था जो सोमवार सुबह भी जारी है, सुरंग में 40 मज़दूर अंदर फंस गए है सिल्कयारा कंट्रोल रूम ने सोमवार को कहा कि फंसे हुए लोगों से वॉकी-टॉकी के जरिए संपर्क किया गया और वे सभी सुरक्षित हैं. इसके साथ ही अधिकारी ने बताया कि मजदूरों को पाइप के जरिए खाना भेज रहे हैं.
सीएम धामी पहुंचे सिल्क्यारा
सोमवार को उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी हालात का जायजा लेने सिल्क्यारा टनल पहुंचे.
VIDEO | Uttarakhand CM @pushkardhami arrives in Uttarkashi to take stock of situation after an under-construction tunnel on Brahmakhal-Yamunotri National Highway collapsed yesterday, trapping nearly 40 workers. pic.twitter.com/Bt9LpU5TZg
— Press Trust of India (@PTI_News) November 13, 2023
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “…सभी विशेषज्ञ एजेंसियां श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने का काम कर रही हैं. इस समय हमारी प्राथमिकता है कि सभी 40 श्रमिकों को बाहर निकाला जाए. हम उनके परिजनों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि केंद्र और राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है… अच्छी बात ये है कि उनसे(श्रमिकों से) संपर्क स्थापित हो गया है…”
#WATCH उत्तरकाशी: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “…सभी विशेषज्ञ एजेंसियां श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने का काम कर रही हैं। इस समय हमारी प्राथमिकता है कि सभी 40 श्रमिकों को बाहर निकाला जाए। हम उनके परिजनों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि केंद्र और राज्य सरकार हर… https://t.co/AMN2z7xAPE pic.twitter.com/L4yp539Odv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 13, 2023
कैसा चल रहा है राहत और बचाव अभियान
तो आपको बता दें दीवाली रात उत्तरकाशी जिले के सिल्क्यारा और डंडालगांव को जोड़ने के लिए बनाई जा रही सुरंग ढह गई. पुलिस अधीक्षक (उत्तरकाशी) अर्पण यदुवंशी ने कहा, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), पुलिस और स्थानीय प्रशासन के कर्मियों के साथ, दुर्घटना की सूचना मिलते ही कार्रवाई में जुट गए. पीटीआई के मुताबिक ऑपरेशन में 13 मीटर चौड़ी सुरंग के अंदर मलबा हटाने के लिए दो जेसीबी और एक पोकलेन मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचने के लिए एक रास्ता बनाया जा रहा है. फंसे हुए मज़दूरों तक पहुंचने के लिए ये रास्ता लगभग 60 मीटर लंबा बनाना है.
मजदूरों तक पहुंचाई जा रही है अतिरिक्त ऑक्सीजन
वहीं, इंडियन एक्सप्रेस ने एक अधिकारी के हवाले से लिखा है कि, सभी फंसे कर्मचारी सुरक्षित हैं, उनके पास ऑक्सीजन सिलेंडर तक पहुंच है और उन्हें पाइप के माध्यम से अतिरिक्त ऑक्सीजन की आपूर्ति भी की जा रही है. “अस्थायी पाइपों का उपयोग करके ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रदान की जाती है, हम अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं और हर संभव प्रयास कर रहे हैं. फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है और जान को खतरा नहीं है,” डीआरएफ इंस्पेक्टर जगदंबा बिजलवान.
ये भी पढ़ें- PM Modi की Rally में लड़की खम्भे पर चढ़ी,PM के मनाने पर उतरी नीचे