BJP leader’s murder: झारखंड की राजधानी रांची में भारतीय जनता पार्टी बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. भाजपा रांची (ग्रामीण) इकाई के महासचिव अनिल महतो की हत्या के विरोध में कार्यकर्ताओं और नेताओं द्वारा बुलाए गए इस बंद के दौरान गए विरोध प्रदर्शन से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है.
इसके अलावा विधानसभा में बीजेपी विधायकों के विरोध प्रदर्शनों के कारण सदन की कार्यवाही भी स्थगित करनी पड़ी.
BJP leader’s murder: बुधवार को गोली मार की गई हत्या
बुधवार को कांके थाने से महज 50 मीटर दूर कांके चौक पर दो हमलावरों ने दिनदहाड़े महतो की गोली मारकर हत्या कर दी. एक हमलावर को महतो के समर्थकों और पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया था.
सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक बंद के कारण प्रमुख मुख्य सड़कें, बाजार और स्कूल बंद रखने का बीजेपी ने अह्वान किया था. बंद के मद्देनजर कुछ भाजपा विधायकों को एहतियातन हिरासत में लिया गया.
एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा, “जांच चल रही है. सुबह से करीब 100 बंद समर्थकों को हिरासत में लिया गया है.”
सदन में भी बीजेपी विधायकों ने किया हंगामा
जबकि स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने विपक्ष से प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया, वरिष्ठ भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा, “आपको एक हत्यारे सरकार का बचाव नहीं करना चाहिए.”
यह बयान सत्ता पक्ष को पसंद नहीं आया, जिसके कारण विपक्षी नेताओं ने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने की कोशिश की, जिसके कारण स्पीकर को सदन की कार्यवाही दोपहर 12:55 बजे तक स्थगित करनी पड़ी.
हत्या का मकसद साफ नहीं, एफआईआर भी दर्ज नहीं कराई गई-पुलिस
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, घटनाक्रम से अवगत एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हत्या के पीछे का मकसद अभी तक पता नहीं चल पाया है, साथ ही कहा कि कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है.
पुलिस अधिकारी ने कहा, “हालांकि, महतो की हत्या के मामले में एक आरोपी रोहित वर्मा को बुधवार को हत्या के कुछ ही मिनटों बाद गिरफ्तार कर लिया गया था, जब स्थानीय लोगों ने उसे एसयूवी पर बैठाकर पीछा किया था, लेकिन हत्या के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. वर्मा का कहना है कि इस साल 14 जनवरी को लोहरदगा में शुभम जायसवाल की हत्या का बदला लेने के लिए महतो की गोली मारकर हत्या की गई. शुभम जायसवाल उर्फ छोटू पंडरा में 13 लाख रुपये की लूट में शामिल अपराधी था. वर्मा ने अमन सिंह नाम के एक व्यक्ति का भी खुलासा किया और कहा कि वह भी हत्या में शामिल था”,
अधिकारी ने कहा, “हालांकि, जब तक सिंह को गिरफ्तार नहीं किया जाता और वर्मा द्वारा कही गई बातों की पुष्टि नहीं हो जाती, तब तक हत्या के पीछे के कारण पर कोई निर्णायक बयान देना पुलिस के लिए मुश्किल है. पुलिस ने अभी तक मृतक के परिवार के सदस्यों से बात नहीं की है. इस संबंध में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.”
ये भी पढ़ें-आइएमए में पहली बार महिला कैडेट भी सैन्य प्रशिक्षण करेंगी प्राप्त, जुलाई से पहला बैच होगा शामिल

