केंद्र की ‘कॉर्पोरेट-समर्थक’ नीतियों के खिलाफ आज (बुधवार) को सार्वजनिक सेवाओं के 25 करोड़ से ज़्यादा कर्मचारियों के देशव्यापी हड़ताल Bharat Bandh का असर दिखने लगा है. केंद्र की “मज़दूर-विरोधी, किसान-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी, कॉर्पोरेट-समर्थक नीतियों” के विरोध में देश भर के ट्रेड यूनियनों ने भारत बंद का आह्वान किया है. जिसके चलते पूरे भारत में सार्वजनिक परिवहन बाधित हो गया है. ट्रेन रोकने से लेकर चक्का जाम की खबरे देश के अलग-अलग हिस्सों से आ रही है. हलांकि बीजेपी ने इस बंद को विफल बताया है और कहा कि देश में कही इसका असर नहीं है.
Bharat Bandh: देश भर में सार्वजनिक परिवहन बाधित
दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के बुलाए ‘भारत बंद’ के विरोध प्रदर्शन के तेज़ होने के बाद बुधवार को देश के विभिन्न हिस्सों में सार्वजनिक परिवहन बाधित रहा. ओडिशा में, सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) की खोरधा जिला इकाई के सदस्यों ने ‘भारत बंद’ के समर्थन में भुवनेश्वर में राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया.
हावड़ा में पुलिस का वामपंथी दलों के प्रदर्शन पर लाठीचार्ज
पश्चिम बंगाल में, पुलिस ने बंद लागू करने की कोशिश कर रहे वामपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया.
बुधवार को, केंद्रीय और क्षेत्रीय ट्रेड यूनियनों से जुड़े 25 करोड़ से ज़्यादा कर्मचारी नए श्रम संहिताओं और निजीकरण के विरोध में देश भर में हड़ताल पर रहे.
VIDEO | Bharat Bandh: Police resort to lathicharge as workers of Left organisations try to enforce shutdown in Howrah.
More than 25 crore workers affiliated with central and sectoral trade unions have announced to go on strike across the country to protest against new labour… pic.twitter.com/khEKilXQxH
— Press Trust of India (@PTI_News) July 9, 2025
हड़ताल के कारण केरल में सरकारी परिवहन प्रभावित
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, ट्रेड यूनियनों द्वारा आहूत भारत बंद के कारण केरल में सरकारी परिवहन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. राज्य सरकार द्वारा यह कहने के बावजूद कि केएसआरटीसी पर कोई असर नहीं पड़ेगा, कई बसें सड़कों से नदारद हैं क्योंकि ड्राइवर देशव्यापी हड़ताल में शामिल हैं. इसके साथ ही केरल के कोट्टायम में दुकानें और शॉपिंग मॉल बंद रहे.
Bharat Bandh: जादवपुर रेलवे स्टेशन पर हंगामा
बंगाल में बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. कोलकाता में कुछ जगहों पर आगजनी की घटनाएं देखने को मिली है तो कहीं, वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम करने की कोशिश की है.
जादवपुर रेलवे स्टेशन पर लेफ्ट यूनियन के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. कई कार्यकर्ता रेलवे स्टेशन के अंदर घुस गए. बंद की वजह से कई जगहों पर ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ है.
मुंबई में बैंक कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया
मुंबई में, बैंकिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के कर्मचारी और सदस्य राष्ट्रव्यापी ट्रेड यूनियन हड़ताल में शामिल होकर नारे लगाते देखे गए.
कर्मचारी सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण के खिलाफ नारे लगाते और तख्तियाँ लिए हुए थे. ट्रेड यूनियनों का आरोप है कि केंद्र की नीतियाँ मज़दूरों के अधिकारों को “कमज़ोर” कर रही हैं
बिहार में ट्रेड यूनियनों हड़ताल के साथ विपक्ष का चक्का जाम
बिहार में, विधानसभा चुनाव से पहले ट्रेड यूनियनों का विरोध प्रदेश के साथ ही चुनाव आयोग के S.I.R के खिलाफ विपक्ष का चक्का जाम भी देखने को मिल रहा है.
लोकसभा नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और RJD नेता तेजस्वी यादव मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (S.I.R) के खिलाफ महागठबंधन द्वारा बुलाए गए ‘चक्का जाम’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं. इस मार्च में भाकपा महासचिव डी राजा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के नेता दीपांकर भट्टाचार्य और बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम के अलावा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी भी शामिल हैं. एक साथ कांग्रेस आरजेडी और कांग्रेस के झंडों से पटना शहर पट गया है.
बिहार के करोड़ों लोगों से उनके वोट का अधिकार छीनने की साजिश रची जा रही है।
JDU-BJP की सरकार चुनाव आयोग के साथ मिलकर ये षड्यंत्र रच रही है, ताकि दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा सके।
आज नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi और INDIA गठबंधन के नेताओं ने… pic.twitter.com/xShMc21x8Q
— Congress (@INCIndia) July 9, 2025
भारत भर के व्यापारियों ने इस आह्वान का समर्थन नहीं किया है-बीजेपी
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बुधवार को कहा कि देश भर के किसी भी व्यावसायिक बाज़ार पर भारत बंद का कोई असर नहीं पड़ा है, और कहा कि बाज़ार अपनी सामान्य गति से काम कर रहे हैं.
खंडेलवाल द्वारा जारी बयान में कहा गया है, “तथाकथित भारत बंद का देश भर के किसी भी व्यावसायिक बाज़ार पर कोई असर नहीं पड़ा है. व्यापारिक बाज़ार और व्यावसायिक बाज़ार अपनी सामान्य गति से काम कर रहे हैं, और दिन भर सामान्य व्यावसायिक गतिविधियाँ चल रही हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “यह स्पष्ट है कि *भारत भर के व्यापारियों ने इस आह्वान का समर्थन नहीं किया है* और इसके बजाय उन्होंने अपने व्यवसायों को खुला और चालू रखने का विकल्प चुना है. *व्यापारिक समुदाय आर्थिक गतिविधि और राष्ट्रीय प्रगति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में एकजुट है*, और ऐसे विघटनकारी बंद का समर्थन नहीं करता है जिनका कोई रचनात्मक उद्देश्य न हो.”
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