Suvendu Adhikari : पश्चिम बंगाल में हाल में आए विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी के अंदर खलबली मची हुई है. तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भी बीजेपी की हार हुई है. ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने तीनों सीटें बीजेपी से छीन ली है. बीजेपी बंगाल के वरिष्ठ नेता और नंदीग्राम से विधायक सुवेन्दु अधिकारी पहले लोकसभा चुनाव और अब विधानसभा उपचुनाव में हर के बाद भाजपा कार्य समिति की पहली बैठक के दौरान ये कह कर सब को चौंका दिया कि अब सबका साथ सबका विकास की कोई जरुरत नहीं है.
Subhendu Adhikari : सबका साथ और सबके विकास की जरुरत नहीं …
बैठक के दौरान सुवेन्दु अधिकारी ने पीएम मोदी के दिये बीजेपी के उस स्लोगन की ही धज्जियां उड़ा दी, जिसके आधार पर बीजेपी सरकार चलाने का दावा करती है. बीजेपी ने शुरु से कहा है कि वो किसी एक का तुष्टिकऱण नहीं करती है बल्कि बीजेपी की सरकार सबका साथ और सबका विकास में विश्वास रखती है. अब बंगाल में नेता विपक्ष सुवेन्दु अधिकारी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए गए “सबका साथ, सबका विकास” नारे की अब कोई जरूरत नहीं है. बीजेपी के अपनी अल्पसंख्यक शाखा को खत्म कर देना चाहिए.
Demand from within BJP
End Sabka Sath Sabka Vikas
Start – Jo Hamare sath hain ham uske sath hain
Roaring Suvendu Adhikari 🔥🔥 pic.twitter.com/kIs79u5lvv
— The Jaipur Dialogues (@JaipurDialogues) July 17, 2024
अधिकारी यहीं नहीं रुके बल्कि ये भी कहा कि “हम हिंदुओं को बचाएंगे और हम संविधान को बचाएंगे. मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की है. मैंने भी आपसे कहा था ‘सबका साथ, सबका विकास’, लेकिन मैं इसे और नहीं कहूंगा. बल्कि अब हम कहेंगे ‘जो हमारे साथ हम उनके साथ’. सबका साथ, सबका विकास बंद करो.
“bandh karo ye Sabka saath Sabka vikas ab”
“Jo humare saath, bas hum unke saath”
“End this minority morcha”
BJP leader Suvendu Adhikari is on fire🔥 pic.twitter.com/XiOTqCWTxs
— STAR Boy TARUN (@Starboy2079) July 17, 2024
सुवेन्दु अधिकारी ने दिया अपने बयान पर सफाई
सुवेन्दु अधिकारी ने कहा कि भाजपा के लिए अल्पसंख्यक मोर्चा की कोई जरूरत नहीं है. हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी टिप्पणी पर सफाई भी दे दी है. सुभेंदु अधिकारी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “मेरे बयान को गलत संदर्भ में लिया जा रहा है. मैं स्पष्ट हूं कि जो राष्ट्रवादी हैं वे इस राष्ट्र और बंगाल के लिए खड़े हैं, और हमें उनके साथ होना चाहिए. जो हमारे साथ नहीं खड़े हैं, राष्ट्र और बंगाल के हित के खिलाफ काम करते हैं, हमें उन्हें बेनकाब करने की जरूरत है. साथ ही, ममता बनर्जी की तरह हमें लोगों को बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक में नहीं बांटना चाहिए और उन्हें भारतीय के रूप में देखना चाहिए. मैं प्रधानमंत्री के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के आह्वान को अक्षरशः और भावना से अपनाता हूं,”
आपको बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में भाजपा का प्रदर्शन काफी खराब रहा. 2019 लोकसभा ने भाजपा ने 42 में से 18 सीटें जीती थी वहीं ये 2024 में ये संख्या घटकर 12 रह गई है. बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद इस बात को लेकर खूब आलोचना हुई कि प्रदेश में उम्मीदवारों के चयन में ही गड़बड़ी थी और उम्मीदवारों के चयन में सुवेन्दु अधिकारी की भूमिका अहम थी. 30 सीटों पर उम्मीदवारों के चयन को लेकर उनपर उंगली उठी थी,जिनके चयन में अधिकारी ने मुख्य भूमिका निभाई थी.
वहीं हाल बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा था कि पार्टी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके और सत्तारूढ़ टीएमसी के नेताओं को सलाखों के पीछे डालकर चुनाव नहीं जीत सकती.