वाराणसी : ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे केस Gyanvapi complex में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) ने अपने 100 से अधिक दिनों के सर्वे की सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी है . रिपोर्ट 21 दिसंबर को सुप्रीम के आदेश के साथ हीं ASI की रिपोर्ट कॉपी याचिकाकर्ताओं को दिया जाएगा. एएसआइ ने अपनी जांच के बाद 1500 से अधिक पन्नों की रिपोर्ट बनाई है.रिपोर्ट को एएसआइ की चार टीमों ने मिलकर तैयार किया है.
एएसआइ के टीम ने सर्वे में मिली 250 सामग्रियों को भी इकत्रित किया है. एएसआई ने चार स्तंभों पर उसने मस्जिद के तीनों गुंबदों और परिसर की सर्वे पूरी की है। इस दौरान उसे दीवारों पर कलाकृति, पत्थर ,मिट्टी आदि जमा किया गया है
Gyanvapi complex मे मेडिकल कारणों से रिपोर्ट पेश करने में हुई देर
एएसआई को अपनी रिपोर्ट 11 दिसंबर को दाखिल करनी थी, जो नहीं की जा सकी थी. ASI ने अदालत को बताया कि सुपरिटेंडिंग आर्कियोलाजिस्ट अविनाश मोहंती की अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण अदालत में उपस्थित होकर सर्वे रिपोर्ट दाखिल करने में असमर्थ हैं. इसके लिए उसे समय दिया जाय. एएसआइ को सर्वे रिपोर्ट दाखिल करने के लिए एक सप्ताह का समय देते हुए18 दिसंबर को रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया गया था.
#WATCH | Varanasi, UP: Advocate Vishnu Shankar Jain, representing the Hindu side in the Gyanvapi survey case, says, "Today, the Archaeological Survey of India has filed its report in sealed cover in violation of the Supreme Court judgment of 4th August…We have moved an… pic.twitter.com/7nYQiwzZWJ
— ANI (@ANI) December 18, 2023
ज्ञानवापी परिसर में 4 अगस्त से किया जा रहा था सर्वे
पूरे ज्ञानवापी परिसर की वैज्ञानिक विधि से जांच करने की मांग वाली याचिका पर मंदिर पक्ष ने बीते 16 मई को जिला जज की अदालत में दाखिल किया गया था। याचिका को स्वीकार करते हुए 21 जुलाई को जिला न्यायालय ने ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करने का आदेश दिया था। फैसले के खिलाफ मस्जिद पक्ष 24 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट गया. जहाँ 25 जुलाई को हाईकोर्ट में हुई सुनवाई में तीन अगस्त तक सर्वे पर रोक लगा दी। फिर तीन अगस्त को हाईकोर्ट ने एएसआइ को ज्ञानवापी परिसर में सर्वे की अनुमति दे दी. चार अगस्त से ज्ञानवापी परिसर में सर्वे फिर से शुरू किया गया.