मुजफ्फरपुर : Shelter Home बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान जोरो पर है. एनडीए की कमान जहां खुद पीएम संभाले हुए है वहीं महागठबंधनकी तऱफ से पूरा लालू परिवार मैदान में है. इस बीच जिस सीट का सबस ज्यादा चर्चा चल रहा है वो है सारण लोक सभा सीट.
Shelter Home – बालिका गृह कांड से कांप गया था देश
इस सीट से पाजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य मैदान में है और जम कर चुनाव प्रचार कर रही है. रोहिणी आचार्य का प्रचार अभियान खूब चर्चा में है,क्योंकि रोहिणी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान उस मुद्दे को उठा लिया है जिसके बारे में जान कर सार देश के रुह कांप उठी थी. रोहिणी जहां भी जाती है ये वहां सारण क्षेत्र में आने वाले मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड की जरुर बात करती है. मुजफ्फरपुर का बालिका गृहकांड जिसने बिहार की जारजनीति मे तूफान लाकर रख दिया था.
रोहिणी आचार्य उठा रही है मुद्दा
अपने प्रचार अभियान के दौरान रोहिण लोगों को मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड की याद दिला रही है और लोगों को आश्वासन दे रहे ही है कि अगर वो जीती तो इस क्षेत्र की महिलाओं लड़कियों की शैक्षिक , आर्थिक सामाजिक स्थिति को ठीक करने के लिए प्रयास करेगी. ये सुनश्चित करने की कोशिश करेगी कि बिहार में फिर सभी ऐसा कोई घृनित कांड ना हो. रोहिणी अपनी सभाओं में लोगों से कह रही है कि राजनीति मेँ आने का उनका मकसद ही ये सुनिशष्ठिक करना है कि दोबारा मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड जैसी घटना ना हो
क्या है मजफ्फरपुर शेल्टर होम केस
मामला 2018 मं सामने आया था. जिसमें जांच के बाद बता चला था कि Shelter Home में रहन वाली छोटी छोटी मासूम बच्चियों के साथ क्रूर यौन अपराध किये गये. बच्चियों की हत्यायें की गई.इस में शेल्टर होम के सुरक्षा गार्ड से लेकर कई नेता और सफेदपोश तक शामिल थे. इस मामले का खुलासा टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस की आडिट रिपोर्ट से हुआ था. जिस में कहा गया थ कि यहां रहन वाली 42 मे से 34 लड़कियो के साथ एक बार नहीं बल्कि कई बार यौन शोषण और य़ौन अपराध किये गये थे.
शेल्टर होम की लड़कियों का यौन शोषण
आपको बता दें कि बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग के लिए टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस सोशल आडिट का काम करती है. TISS ने साल 2017-2018 का सोशल आडिट किया जिसमें ये सामने आया कि शेलटर होम मे रहने वाली लड़कियो के साथ क्रूरता करने वालो में वहां से स्टाफ (जिसमें महिलाएं भी शामिल थी) से लेकर नेता , बिजनेस मैन और कई नामचीन लोग बी शामिल थे. TISS VS 100 पन्नों की रिपोर्ट सरकार को भेजी थी जिसमें शेल्ट होम में चल रहे यौन शोषण के मामले की जांच की बात और NGO के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की गई थी. TISS की रिपोर्ट आधार पर जब हिरा सरकार ने उच्चस्तरीय जांच कराई तो रिपोर्ट मे कही घई सारी बाते सच साबित हुईं.
गलत का विरोध करने पर मिलती यातनाएं और मौत
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस की शिकार मासूमों के साथ इस हद तक क्रूरता की जाती थी कि अगर वो गलत का विऱोध करें तो उनके साथ मारपीट और टार्चर किया जाता. जांच मे या बात सामने आई कि बच्चियों की जांच करन पर तीन लड़कियां गर्भवती पाई गई, 7 साल की बच्ची के साथ एक नई कई बार रेप किया गया. जब लड़की ने गलत काम का विरोध किया तो उसे इतना पीटा गया कि उसकी मौत हो गई. ये बात पुलिस की रिकार्ड मे दर्ज है कि लड़की की लाथ बाथरुम में मिली , फिर उसे लीची के बगीचे मे दफना दिया गया.
शेल्टर होम का संरेक्षक ही था भक्षक
सेलटर होम मामले की जब जांच हुई तो ये साबित हुआ कि इस लेट्र होम को चलाने वाले ब्रजेश ठाकुर ही इस पूरे मामले का मास्टर माइंड था,. वो खुद तो बच्चियो के साथ घिनौनी हरकत करता ही था, सेलटर होम की लड़कियो के स्पलाई भी करता था. अधिकारियों से लेकर नेताओं तक को लड़कियां सप्लाई करता था. इसके लिए उसमें पटना में अपना एक सेफ हाउश भी बना रखा था. इस मामले में ब्रजेश ठाकुर समेत एब तक 19 लोगों को सजा मिल चुकी है . मास्टर माइंड ब्रजेश ठाकुर इस समय दिल्ली के तिहाड़ जेल में उम्र कैद की सजा काट रहा है .