Robert Vadra ED : भूमि सौदे से जुड़े धन शोधन मामले में दूसरे दौर की पूछताछ के लिए व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा अपनी कांग्रेस सांसद पत्नी प्रियंका गांधी के साथ बुधवार को दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय पहुंचे.
मामले से परिचित लोगों के अनुसार, ईडी ने हरियाणा के गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव में एक जमीन सौदे के सिलसिले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद को तलब किया है.
Robert Vadra ED -हम किसी से डरते नहीं हैं
रॉबर्ट वाड्रा अपनी पत्नी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के साथ ईडी कार्यालय पहुंचे. अंदर जाने से ठीक पहले दोनों ने गले मिलकर एक दूसरे के प्रति प्यार और समर्थन जाहिर किया. पूछताछ के लिए जाने से ठीक पहले वाड्रा ने कहा, “हम किसी से डरते नहीं हैं…हम निशाने पर हैं क्योंकि हम प्रासंगिक हैं. चाहे राहुल गांधी को संसद में रोका जाए या मुझे बाहर.” वाड्रा ने दावा किया कि निशाना बनाए जाने के बावजूद वे और मजबूत होकर बाहर निकलेंगे.
VIDEO | Delhi: Businessman Robert Vadra reaches ED office for questioning in Haryana land deal-linked money laundering case.#DelhiNews
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— Press Trust of India (@PTI_News) April 16, 2025
मैं इसी मामले में एजेंसी के सामने 15 बार पेश हो चुका हूं — Robert Vadra
समाचार एजेंसी एएनआई ने रॉबर्ट वाड्रा के हवाले से कहा, “मैं एजेंसी की ओर से दूसरा समन देखकर हैरान हूं, क्योंकि मैं इसी मामले में एजेंसी के सामने 15 बार पेश हो चुका हूं. मुझसे 10 घंटे तक पूछताछ की गई और मैंने 23,000 दस्तावेज दिए. मैंने एजेंसी को 2019 के अपने बयान दिखाए और आप वही सवाल पूछ रहे हैं, जिनका जवाब मैंने 2019 में दिया था और एजेंसी के लोग भी हैरान हैं. मैं बस इतना कह सकता हूं कि एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है.”
‘लोग मुझे प्यार करते हैं’– Robert Vadra
वहीं रॉबर्ट वाड्रा ने मंगलवार को इस समन को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा किया गया एक “राजनीतिक प्रतिशोध” की कार्रवाई बताया था. उन्होंने कहा था कि यह उन्हें राजनीति में प्रवेश करने से रोकने के लिए किया गया है.
समाचार एजेंसी एएनआई ने रॉबर्ट वाड्रा के हवाले से मंगलवार को कहा, “हमने ईडी को बताया कि हम अपने दस्तावेज जुटा रहे हैं, मैं हमेशा यहां आने के लिए तैयार हूं… मुझे उम्मीद है कि आज कोई निष्कर्ष निकलेगा. मामले में कुछ भी नहीं है… जब मैं देश के पक्ष में बोलता हूं, तो मुझे रोक दिया जाता है, राहुल को संसद में बोलने से रोका जाता है. भाजपा ऐसा कर रही है. यह एक राजनीतिक प्रतिशोध है. लोग मुझे प्यार करते हैं और चाहते हैं कि मैं राजनीति में शामिल हो जाऊं…”
वाड्रा ने कहा, “जब मैं राजनीति में शामिल होने की इच्छा व्यक्त करता हूं, तो वे मुझे नीचा दिखाने और वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए पुराने मुद्दे उठाते हैं… इस मामले में कुछ भी नहीं है. पिछले 20 वर्षों में मुझे 15 बार बुलाया गया है और हर बार 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई है. 23,000 दस्तावेजों को व्यवस्थित करना आसान नहीं है.” यह मामला फरवरी 2008 के एक भूमि लेनदेन से जुड़ा है, जब वाड्रा की फर्म स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने शिकोहपुर में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से 7.5 करोड़ रुपये में 3.5 एकड़ का प्लॉट खरीदा था. आरोप है कि जमीन का म्यूटेशन महज 25 घंटे के भीतर पूरा कर लिया गया था.