तवांग में चीनी सेना के घुसपैठ की कोशिश के बाद भारतीय वायुसेना ने पूर्वी क्षेत्र में दो दिनों तक बड़ा युद्धाभ्यास किया. इस अभ्यास में 40 से ज्यादा वायूसेना के फायटर विमानों ने हिस्सा लिया. इसमें राफेल, एडवांस्ड सिस्टम से लैस सुखोई -30 समेत कई एडवांस्ड वार्निंग कंट्रोल सिस्टम शामिल थे.
इस युद्धाभ्यास के बारे में सेना ने साफ किया कि इसका तवांग में चीनी घुसपैठ की कोशिश से कोई लेना देने नहीं है. ये कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था.ये अभ्यास एयरफोर्स के पायलटों के प्रशिक्षण के लिए आयोजित किया गया था.
वायुसेना ने ये युद्धाभ्यास पूर्वी कमांड के तेजपुर, चाबुआ, जोरहट और हाशिमारा एयरबेस पर किया. पूर्वोत्तर में पूर्वी कमांड ही भारत के पड़ोसी राज्यों बाग्लादेश , म्यामार और चीन के साथ लग रही सीमाओं की निगरानी करती है.
Over 40 fighter aircraft including the Rafale, Sukhoi-30MKI fighter aircraft under the umbrella of an Advanced Warning and Control System (AWACS) aircraft participated in the consolidated training exercise in the area of responsibility of Eastern Air Command: Defence officials
— ANI (@ANI) December 16, 2022