Rabri Devi : बिहार में नई सरकार के आते ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार को बड़ा झटका लगा है.बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने प्रदेश में विधानपरिषद की नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को उनका सरकारी बंगला खाली करने का आदेश दिया है. विभाग ने इन दोनों बंगालों को खाली कराने के लिए नोटिस भेजा है. राबड़ी देवी को पटना के सर्कुलर रोड पर 10 नंबर बंगला (10 सर्कुलर रोड) मिला हुआ है वहीं लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के पास भी बतौर विधायक पटना के 26M स्टैंड रोड पर सरकारी आवास मिला हुआ है, जिसे अब खाली कराने के लिए नोटिस भेजा गया है.
Rabri Devi के बेटे तेज प्रताप यादव महुआ से हारे चुनाव
पिछली बार महुआ सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने तेज प्रताप यादव इस बार के विधानसभा चुनाव में अलग राजनीतिक पार्टी बनाकर मैदान में उतरे लेकिन हार गये. चुनाव हारने के बाद अब नीतीश कुमार की नई सरकार ने तेज प्रताप यादव को सरकारी बंगला खाली करने के लिए नोटिस भेजा है. नई सरकार ने ये दोनो बंगले नए चुनकर आये विधायकों और मंत्रियों को आवंटित कर दिया है. राबड़ी देवी और तेज प्रताप यादव के आवास को खाली कराने के आदेश ने प्रदेश में अब राजनीतिक रंग लेना शुरु कर दिया है.
19 वर्षों से 10 सर्कुलर रोड पर रह रहा था लालू परिवार
पटना के 10 सर्कुलर रोड की पहचान लालू परिवार से जुड़ गई है. लालू यादव का परिवार इस सरकारी आवास में 2006 से रह रहा है. इस सरकारी आवास को लोग राबड़ी आवास के नाम से भी जानते हैं. विधान परिषद में नेता विपक्ष के रुप में राबड़ी देवी को ये सरकारी आवास आवंटित किया गया था लेकिन अब सरकार ने राबड़ी देवी को इसे खाली करने का आदेश दिया है और उन्हें ये मकान छोड़ अब केन्द्रीय पुल आवास संख्या-39, हार्डिंग रोड पर सरकारी आवास आवंटित किया गया है.
तेजप्रताप को भी मिला सरकार आवास खाली करने का आदेश
लालू यादव- राबड़ी देवी के बड़े बेटे और महुआ के पूर्व विधायक तेज प्रताप यादव को बतौर विधायक सरकार आवास मिला हुआ था. तेज प्रताप फिलहाल 26M स्टैंड रोड पर रहते हैं. नई सरकार ने अब ये आवास अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग के मंत्री लखेंद्र कुमार रौशन को आवंटित किया है. तेज प्रताप को अब ये आवास खाली करना पड़ेगा.
आवास खाली करने के नोटिस पर रोहिणी आचार्य का तंज
राबड़ी देवी को आवास खाली करने का नोटिस मिलने के बाद बेटी रोहिणी आचार्य ने नीतीश कुमार की सरकार पर तंज करते हुए सीधा हमला बोला है. रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है, जिसमें नीतीश सरकार के इस फैसले को अपमानजनक बताते हुए तंज किया है. रोहिणी ने लिखा है
“सुशासन बाबू का विकास मॉडल.
करोड़ों लोगों के मसीहा लालू प्रसाद यादव का अपमान करना पहली प्राथमिकता. घर से तो निकाल देंगे, बिहार की जनता के दिल से कैसे निकालिएगा. सेहत नहीं तो कम से कम लालू जी के राजनीतिक क़द का ही सम्मान रखते.”
वहीं बदले की कार्रवाई के आरोप के जवाब में बिहार के नये डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने इसे एक सामान्य प्रक्रिया बताया. उन्होने कहा कि “जिस विभाग के तहत का मामला है नियम के अनुसार हर बार नई सरकार आती है. आवास बदलने का आवास आवंटन का प्रक्रिया होता है भवन निर्माण विभाग का उसके तहत हो रहा है.”
#WATCH | Patna: On allotment of a different residence to former CM Rabri Devi for her use as LoP in the Bihar Legislative Council and vacating her current residence, Deputy CM Vijay Kumar Sinha says, “When a new Govt comes to power, as per rules the process of house allotment and… pic.twitter.com/XZiQRSpRrJ
— ANI (@ANI) November 26, 2025

