चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर Prashant Kishor ने बुधवार को बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के भविष्य की भविष्यवाणी की. उन्होंने कहा कि यह गठबंधन “निश्चित रूप से” सत्ता में वापस नहीं आएगा और नीतीश कुमार भी मुख्यमंत्री के रूप में वापसी नहीं करेंगे.
25 सीट जीतने भी संघर्ष करेगी जेडीयू- Prashant Kishor
प्रशांत किशोर के अनुसार, नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) को 243 सदस्यीय विधानसभा में “25 सीटें” जीतने के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा. जेडी(यू) बिहार में एनडीए गठबंधन का हिस्सा है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के साथ एक विशेष साक्षात्कार में किशोर ने कहा, “एनडीए निश्चित रूप से खत्म होने वाला है और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में वापसी नहीं करेंगे.”
प्रशांत किशोर ने जेडी(यू) प्रमुख के साथ मिलकर काम किया है, पहले एक चुनावी रणनीतिकार के रूप में और बाद में, कुछ समय के लिए, एक पार्टी सहयोगी के रूप में. उन्होंने 2015 के बिहार विधानसभा चुनावों में बिहार गौरव की कहानी गढ़कर नीतीश कुमार के जेडी(यू) नेतृत्व वाले गठबंधन को दो-तिहाई बहुमत दिलाया और भाजपा के अभियान का मुकाबला किया.
उसी चुनावी रणनीतिकार ने अब नीतीश कुमार के लिए चुनावी हार की भविष्यवाणी की है. किशोर ने कहा, “जद(यू) के लिए क्या होने वाला है, यह जानने के लिए आपको चुनाव विश्लेषक होने की जरूरत नहीं है. पिछले विधानसभा चुनावों में चिराग पासवान ने चुनाव की घोषणा से कुछ दिन पहले ही बगावत कर दी थी और कुमार की पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ उम्मीदवार खड़े कर दिए थे, जिनमें से कई महत्वहीन थे, जिससे पार्टी की सीटों की संख्या घटकर 43 रह गई थी.”
एनडीए के भीतर “पूरी तरह से अराजकता” है- Prashant Kishor
प्रशांत किशोर ने न केवल जेडी(यू) पर निशाना साधा, बल्कि यह भी कहा कि एनडीए के भीतर “पूरी तरह से अराजकता” है और यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि भाजपा किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी और जेडी(यू) कहाँ अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है.
“इंडिया ब्लॉक में भी स्थिति बेहतर नहीं है– Prashant Kishor
किशोर ने दावा किया, “इंडिया ब्लॉक में भी स्थिति बेहतर नहीं है. राजद और कांग्रेस के बीच कभी न खत्म होने वाला झगड़ा है. और कोई नहीं जानता कि पूर्व राज्य मंत्री मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी अब भी उनके साथ है या नहीं.”
उनकी यह टिप्पणी एनडीए द्वारा अपनी सीट-बंटवारे की योजना साझा करने के कुछ दिनों बाद आई है, जिसमें घोषणा की गई थी कि भाजपा और जेडी(यू) बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे – 101-101.
बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे Prashant Kishor
वहीं बुधवार को ही एक बड़ी घोषणा में, प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि वह इस बार बिहार में चुनाव नहीं लड़ेंगे, और इस कदम को पार्टी सदस्यों के सामूहिक निर्णय का परिणाम बताया. किशोर ने कहा कि उन्होंने कई ज़िम्मेदारियाँ ली हैं और यह चुनाव उन्हें ज़रूरी संगठनात्मक कार्यों से “विचलित” करेगा.
बिहार विधानसभा चुनाव अगले महीने दो चरणों में होंगे – 6 और 11 नवंबर को, और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
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