शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उन्होंने टेस्ला के सीईओ Elon Musk से विभिन्न मुद्दों पर बात की, जिनमें इस वर्ष की शुरुआत में प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों के बीच चर्चा के विषय भी शामिल थे.
Elon Musk से बात के बाद पीएम ने एक्स पर लिखा पोस्ट
मोदी ने एक्स पर लिखा, “@elonmusk से बात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें इस साल की शुरुआत में वाशिंगटन डीसी में हमारी बैठक के दौरान शामिल किए गए विषय भी शामिल थे. हमने प्रौद्योगिकी और इनोवेशन के क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाओं पर चर्चा की. भारत इन क्षेत्रों में अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है.”
Spoke to @elonmusk and talked about various issues, including the topics we covered during our meeting in Washington DC earlier this year. We discussed the immense potential for collaboration in the areas of technology and innovation. India remains committed to advancing our…
— Narendra Modi (@narendramodi) April 18, 2025
अमेरिका में मस्क ने बच्चों के साथ आकर की थी पीएम से बात
मोदी ने फरवरी में संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान एलन मस्क से मुलाकात की थी, जिनके व्यापारिक साम्राज्य में टेस्ला और स्पेसएक्स शामिल हैं.
जब स्पेसएक्स के सीईओ ब्लेयर हाउस पहुंचे, तो उनके साथ उनके तीन बच्चे भी थे. ब्लेयर हाउस अमेरिकी राष्ट्रपति का गेस्ट हाउस है, जहां प्रधानमंत्री ठहरे थे.
तब भी एक्स पर पोस्ट कर पीएम ने दी थी बातचीत की जानकारी
बैठक के बाद मोदी ने एक्स पर लिखा कि उन्होंने एलन मस्क के साथ बैठक में अंतरिक्ष, गतिशीलता, प्रौद्योगिकी और इनोवेशन जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि मोदी और मस्क ने इनोवेशन, अंतरिक्ष अन्वेषण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सस्टेनेबल विकास में भारतीय और अमेरिकी संस्थाओं के बीच सहयोग को मजबूत करने के बारे में चर्चा की.
बयान में कहा गया, “उनकी चर्चा में उभरती टेक्नोलॉजी, इंटरपेन्यूर शिप और सुशासन में सहयोग को गहरा करने के अवसरों पर भी चर्चा हुई.”
वाशिंगटन में बैठक से पहले, पीएम मोदी ने मस्क से दो बार मुलाकात की, 2015 में कैलिफोर्निया में और 2023 में न्यूयॉर्क में.
मस्क को डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन में सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक माना जाता है और वे सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य सरकारी खर्च में कटौती करना और संघीय कार्यबल को कम करना है.