PM Modi’s speech : कोलकाता में 31 साल की लेडी ड़ॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराघ पर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने आज कहा कि उन्हें लगता है कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों को लेकर समाज में आक्रोश है और राज्य सरकारों को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है. स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश वायुसेना, सेना, नौसेना और अंतरिक्ष क्षेत्र सहित कई क्षेत्रों में महिलाओं के नेतृत्व को देख रहा है। “लेकिन कुछ चिंताजनक घटनाक्रम भी हैं. मैं आज लाल किले से अपना दर्द व्यक्त करना चाहता हूं. एक समाज के रूप में हमें गंभीरता से सोचने की जरूरत है.” “हमारी माताओं और बहनों के खिलाफ अत्याचारों को लेकर जनता में आक्रोश है. मैं इस आक्रोश को महसूस करता हूं. देश, समाज और हमारी राज्य सरकारों को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है. महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच होनी चाहिए, राक्षसी कृत्यों में शामिल लोगों को जल्द से जल्द सख्त सजा मिलनी चाहिए, समाज में विश्वास पैदा करने के लिए यह जरूरी है.”
PM Modi’s speech महिला अपराधों में मिली सजा की भी हो जोर शोर से जिक्र
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं होती हैं, तो मीडिया में खूब चर्चा होती है, “लेकिन जब ऐसे विकृत लोगों को सजा मिलती है, तो उसे खबरों में प्रमुखता से नहीं दिखाया जाता है. समय की मांग है कि सजा पर भी व्यापक चर्चा हो, ताकि अपराधियों में डर पैदा हो. यह डर पैदा करना जरूरी है,”
प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी कोलकाता में डॉक्टर के बलात्कार और हत्या पर देशव्यापी आक्रोश के बीच आई है. कलकत्ता हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद मामला सीबीआई को सौंपा गया है. इस मामले में ममता बनर्जी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य सरकार अपनी जांच में केंद्रीय एजेंसी का समर्थन करेगी, लेकिन बंगाल को “बदनाम” करने के लिए विरोध प्रदर्शन करने के लिए विपक्ष की आलोचना की.