Patna Nishant Poster : बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी-जेडीयू की बंपर जीत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत की प्रदेश की राजनीति में एंट्री को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं.
सोमवार को पटना में जेडीयू दफ्तर के बाहर ऐसे पोस्टर लगे जिससे संकेत मिल रहे हैं कि मुख्यमंत्री के बेटे निशांत कुमार को पार्टी में शामिल कराने का कोशिशें चल रही हैं. जेडीयू दफ्तर के बाहर नये पोस्टर लगाये गये हैं जिसमें लिखा है – “नीतीश सेवक.. मांगे निशांत….अब पार्टी की कमान संभाले निशांत भाई”
VIDEO | Patna: Posters reading “Ab party ki kamaan sambhale Nishant” put up outside the JD(U) office, signalling support for Chief Minister Nitish Kumar’s son Nishant within the party.#Patna #JDU #Nishant
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/1h7Qvje1zP
— Press Trust of India (@PTI_News) December 8, 2025
Patna Nishant Poster:पार्टी में शामिल होने का फैसला खुद करेंगे निशांत – जेडीयू
हालांकि जनता दल यूनाइटे की तरफ से पहले ही ये साफ कर दिया गया है कि पार्टी में शामिल होना है या नहीं , इसका अंतिम फैसला खुद निशांत की तरफ से ही लिया जाना है. जनता दल यूनाइडेट में इस समय सदस्यता अभियान चल रहा है. जेडीयू दफ्तर के बाहर ये पोस्टर ऐसे समय पर लगाये गये हैं, जब पार्टी नये लोगों को इसका सदस्य बना रही है. सदस्यता अभियान के दौरान जेडीयू कार्यकर्ताओं ने निशांक कुमार से पार्टी की कमान संभालने की बात कही है.
कैसे शुरू हुआ निशांत के नाम पर अटकलों का दौर ?
बीते सप्ताह शुक्रवार को जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने निशांत के नाम की चर्चा की थी.संजय झा ने पटना एयरपोर्ट पर संवाददाताओं से बात करते हुए निशांत के राजनीति में आने के संकेत दिए थे. संजय झा ने कहा था कि ‘पार्टी सदस्य, शुभ चिंतक और समर्थक, सभी चाहते हैं कि निशांत कुमार पार्टी में शामिल हो जाएं और काम करें. हम सभी यही चाहते हैं, लेकिन यह उनके ऊपर है कि वह कब पार्टी में आएंगे’ संजय झा ने ये बात तब कही थी जब निशांत कुमार खुद वहां मौजूद थे.
कौन हैं निशांत कुमार ?
निशांक कुमार का जन्म 20 जुलाई 1975 को हुआ. निशांत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंजू सिन्हा की एकमात्र संतान हैं. निशांत की शुरुआती शिक्षा पटना के सेंट केरन्स स्कूल से हुई,इसके बाद उन्होंने मसूरी के मानव भारती इंडिया इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ाई की. 12वीं पास करने के बाद उन्होंने BIT मेसरा यानी यानी बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से सॉफ्टवेयर इंजनीयरिंग की डिग्री हासिल की.
प्रारंभिक जीवन से ही रहे राजनीति से दूर
एक राजनीतिक परिवार में जन्म लेने के बावजूद निशांत पढ़ाई लिखाई के अतिरिक्त कभी राजनीति में आने की इच्छा जाहिर नहीं की. निशांत राजनीति से अधिक आध्यात्म में दिलचस्पी रखते दिखाई दिये. खुद निशांत ने अपने राजनीति में आने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा था कि उनकी राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है और ना ही इस क्षेत्र का ज्ञान है. आध्यात्म मेरा पहला प्यार है और मैं उसी राह पर आगे बढ़ रहा हूं लेकिन बीते दिनों जब लगातार पिता नीतीश कुमार के स्वास्थ को लेकर तरह तरह की बातें होने लगी तो वो विधानसभा चुनावों के दौरान पिता के साथ कई बार मंचों पर भी नजर आये. अलग कार्यक्रमों में भी जाकर पिता के लिए समर्थन जुटाये.
जेडीयू का सदस्यता अभियान
बिहार में बंपर जीत के बाद अब जनता दल यूनाइडेट ने अगले तीन साल में अपनी पार्टी के सदस्यों संख्या में बढ़ोतरी के लिए सदस्यता अभियान की शुरुआत की है. ये अभियान 2025 से 2028 तक चलेगी. अभियान की शुरुआत पटना में हुई जिसमें पार्टी के ने सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह और बिहार प्रदेश इकाई के अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सहित अन्य सदस्यों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.
इसी दौरान संजय झा ने निशांत का जिक्र किया.उन्होंने कहा था, ‘इस पर फैसला निशांत को ही करना है लेकिन अगर वह जद (यू) में शामिल होते हैं, तो यह पार्टी के लिए अच्छा होगा’.

