Parliament Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र से पहले मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के माध्यम से दुनिया ने भारत की बढ़ती सैन्य शक्ति को देखा है. इस ऑपरेशन को देश की ताकत और सामरिक क्षमता का प्रमाण बताते हुए, उन्होंने बताया कि यह कैसे अपने हितों की रक्षा और वैश्विक शांति एवं स्थिरता में योगदान के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
पीएम ने पहलगाम के बाद सहयोग के लिए सभी पार्टियों को धन्यवाद कहा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “…पहलगाम में हुए क्रूर अत्याचार और नरसंहार ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. दलगत स्वार्थों को दरकिनार करते हुए, देशहित में, हमारी अधिकांश पार्टियों के प्रतिनिधियों ने दुनिया के कई देशों में जाकर एक स्वर में, दुनिया के सामने पाकिस्तान को बेनकाब करने का एक बेहद सफल अभियान चलाया. मैं उन सभी सांसदों, सभी दलों की सराहना करना चाहता हूं, जिन्होंने राष्ट्रहित में इस महत्वपूर्ण कार्य को अंजाम दिया है और इससे देश में एक सकारात्मक माहौल बना है…”
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी रक्षा उत्पादन के महत्व पर भी ज़ोर दिया और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल किए गए हथियार भारत में निर्मित थे और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया था. उन्होंने गर्व के साथ कहा कि भारत ने इस ऑपरेशन में अपने सभी लक्ष्य हासिल किए, जिससे रक्षा क्षमता और आत्मनिर्भरता दोनों के क्षेत्र में एक उभरती हुई शक्ति के रूप में देश की प्रतिष्ठा मज़बूत हुई.
नक्सल से मुक्त हो रहा है देश-पीएम मोदी
पीएम ने कहा, ” ये दशक हम एक प्रकार से देख सकते हैं कि शांति और प्रगति कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ते गए. कदम-कदम पर प्रगति का एहसास हम करते रहे हैं. देश कई प्रकार की हिंसक वारदातों का शिकार रहा है… देश आजाद हुआ हम तब से इस समस्या को झेल रहे हैं… आज नक्सलवाद का दायरा बहुत सिकुड़ रहा है. माओवाद को जड़ से उखाड़ने के संकल्प के साथ देश के सुरक्षाबल नए आत्मविश्वास से तेज गति से सफलता की ओर कदम रख रहे हैं. मैं गर्व से कह सकता हूं कि देश में सैकड़ों जिले नक्सल की चपेट से निकल कर आज मुक्ति की सांस ले रहे हैं. हमें गर्व है कि बम, बंदूक और पिस्तौल के सामने हमारे देश का संविधान जीत रहा है.”
भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर आगे बढ़ रहा है
पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था पर कहा, “आर्थिक क्षेत्र में, जब 2014 में आप सभी ने हमें ज़िम्मेदारी दी थी, तब देश फ्रेजाइल फाइव के दौर से गुज़र रहा था. 2014 से पहले, हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में दसवें नंबर पर थे. आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है…2014 से पहले देश में एक समय ऐसा भी था जब मुद्रास्फीति की दर दहाई अंक में थी। आज, यह दर घटकर लगभग दो प्रतिशत रह गई है, जिससे देश के आम लोगों के जीवन में राहत और सुविधा आई है… ”
प्रधानमंत्री मोदी ने मानसून सत्र को राष्ट्र के लिए गौरव का क्षण बताया और वैश्विक मंच पर भारत की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला. उन्होंने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर ऐतिहासिक कदम रखने को भारत की बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं का प्रतीक और राष्ट्रीय गौरव का स्रोत बताया.