गुरुवार शाम पाकिस्तान रेंजर्स ने जम्मू के अरनिया और आरएस पुरा सेक्टरों में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों पर अकारण गोलीबारी की, जिसके बाद भारतीय बलों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी.
रात आठ बजे शुरु हुई गोलाबारी
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान रेंजर्स ने रात करीब आठ बजे गोलीबारी शुरू कर दी. आस-पास के गांवों के लोगों के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी की गई जो सुबह तक जारी थी.
बीएसएफ ने कहा, ” रात करीब दो बजे अरनिया इलाके में बीएसएफ चौकियों पर पाक रेंजर्स ने बिना उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका बीएसएफ जवानों ने भी माकूल जवाब दिया. ”
पाकिस्तानी गोलाबारी से लोगों में दहशत
गुरुवार शाम को हवा में गोलियों की आवाज से अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे कई गांवों में दहशत फैल गई.
जम्मू क्षेत्र में भारत-पाक सीमा पर स्थित सबसे बड़ी आबादी वाले कस्बे अरनिया गांव के निवासी राकेश कुमार ने कहा, “रेंजर्स ने पहले विक्रम पोस्ट पर मशीन-गन से गोलीबारी की और फिर चिनाज पोस्ट को भी निशाना बनाया.”
निवासियों ने कहा कि उन्हें लाइटें बंद करने के लिए कहा गया और बड़ी संख्या में लोग सुरक्षित ठिकानों की ओर भाग गए.
गोलाबारी में हुआ घरों को भारी नुकसान
जम्मू सीमा पर पाकिस्तान गोलीबारी के कारण आर.एस. पुरा सेक्टर के अरनिया में मकान क्षतिग्रस्त हुए. शुक्रवार सुबह स्थानीय लोगों ने सीमावर्ती गांव में मोर्टार शेल बरामद किए. एक स्थानीय ने बताया, “पाकिस्तान की ओर से रात 8:30 बजे गोलाबारी शुरू हुई थी। अब तक तीन मोर्टार शेल मिले हैं. घर को काफी नुकसान हुआ है.”
#WATCH जम्मू सीमा पर आर.एस. पुरा सेक्टर के अरनिया में पाकिस्तान की ओर से अकारण गोलीबारी के बाद स्थानीय लोगों ने सीमावर्ती गांव में मोर्टार शेल बरामद किए।
एक स्थानीय ने बताया, “पाकिस्तान की ओर से रात 8:30 बजे गोलाबारी शुरू हुई थी। अब तक तीन मोर्टार शेल मिले हैं। घर को काफी नुकसान… pic.twitter.com/sVhXJT1zqA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 27, 2023
10 दिन में दूसरी बार पाकिस्तान ने किया युद्धविराम समझौते का उल्लंघन
पाकिस्तान रेंजर्स की गोलीबारी फरवरी 2021 में दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित युद्धविराम समझौते का उल्लंघन है. एचटी द्वारा देखे गए रिकॉर्ड के अनुसार, पाकिस्तान ने कम से कम एक दर्जन बार इस समझौते का उल्लंघन किया है.
गुरुवार का हमला मूलतः 17 अक्टूबर की घटना की पुनरावृत्ति है, जब पाकिस्तानी रेंजर्स ने बीएसएफ जवानों पर गोलीबारी की थी, जिसमें दो जवान घायल हो गए थे.
19 अक्टूबर को, कमांडेंट-स्तरीय फ्लैग बॉर्डर मीटिंग में, बीएसएफ ने उल्लंघन के बारे में पाकिस्तान रेंजर्स के साथ विरोध दर्ज कराया था.
बीएसएफ, भारत का दूसरा सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल, पश्चिमी, पूर्वी और उत्तरी सीमाओं पर पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ देश की सीमाओं की रक्षा करता है.