CEC Impeachment : कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोपों के साथ हमलावर हैं. राहुल गांधी इस समय हर नागरिक को है वोट करने का अधिकार यानी वन पर्सन वन वोट के स्लोगन के साथ बिहार में 16 दिन की यात्रा पर है. राहुल गांधी के साथ अब पूरा विपक्ष लामबंद हो रहा है.खबर है कि वोट चोरी के आरोप को मजबूत करने के लिए विपक्ष एकजुट होकर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी में है.
CEC Impeachment : हरियाणा महाराष्ट्र कर्नाटक में हुई वोट चोरी – राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए आरोप लगा रहे हैं .आरोप है कि सबसे पहले महाराष्ट्र, कर्नाटक और फिर हरियणा में वोटों की चोरी हुई. चुनाव आयोग की बीजेपी से मिलीभगत है इसलिए जितने नये वोटर आ रहे हैं वो केवल बीजेपी को ही मिल रहे हैं.
राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कैसे हुई वोट की चोरी..
बीते 7 अगस्त को राहुल गांधी ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके ये बताया कि किस तरह से मतदाता सूचि में गड़बड़ी हुई और सत्ताधरी दल के पक्ष में चुनाव आयोग का समर्थन रहा.उदाहरण के तौर पर राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनाव के दौरान बेंगलुरु सेंट्रल के महादेवपुरा में 1 लाख से ज्यादा वोटों की चोरी का दावा किया, जहां से बीजेपी की जीत हुई थी.
Another lie of Rahul Gandhi from the failed vote-chori PC gets debunked.
Gurkirat Singh Dang himself exposed Rahul Gandhi’s propaganda. pic.twitter.com/dBLpFPcexr
— Political Kida (@PoliticalKida) August 16, 2025
अगर महाभियोग आया तो,कैसे हटाए जा सकते हैं सीईसी
हाल ही में नियमों में हुए संशोधन के बाद अब मुख्य चुनाव आयुक्त को पद से हटाने की प्रक्रिया भी सुप्रीम कोर्ट के जज की तरह ही हो गई है. आर्टिकल 324 (5) के तहत सीईसी के खिलाफ संसद में महाभियोग का प्रस्ताव लाया जा सकता है. फिर दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) में बहस के बाद अगर सांसदों का दो तिहाई समर्थन मिलता है, तभी मुख्य चुनाव आयुक्त को उनके पद से हटाया जा सकता है. प्रस्ताव को सदन के पटल पर लाने के लिए राष्ट्रपति से मंजूरी लेनी जरुरी है.. चुनाव आयुक्त को लेकर नियम ये भी है कि महाभियोग प्रस्ताव जिस सत्र में लाया जायेगा, उसे पास भी उसी सत्र में कराना भी कराना होगा,तभी प्रक्रिया पूरी मानी जायेगी..
पक्ष विपक्ष में कोई भेदभाव नहीं,ये कहना हास्यास्पद- कांग्रेस
चुनाव आयोग ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस किया जिसमें कहा था कि उनके लिए कोई पक्ष या विपक्ष नहीं है, बल्कि दोनो समकक्ष हैं. कांग्रेस ने इस बात को हस्यास्पद करार दिया है. रविवार को सीईसी ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मतदाता सूची संशोधन का उद्देश्य मतदाता सूचियों की कमियों को दूर करना होता है. ये गंभीर चिंता की बात है कि कुछ राजनीतिक दल प्रक्रिया को लेकर गलत सूचना फैला रहे हैं . ज्ञानेश कुमार ने राहुल गांधी का नाम लिये बिना कहा कि कुछ लोग निर्वाचन आयोग के कंधे पर रखकर गोली चला रहे हैं.
वोट चोरी के आरोप सिरे से खारिज
कांग्रेस और तमाम विपक्षी दलों के आरोपों के बाद रविवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने एक प्रेस कांफ्रेस करके सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया . सीईसी ने कहा कि राहुल गांधी संविधान का अपमान कर रहे हैं,राहुल गांधी को शपथपत्र पर हस्ताक्षर करके देश से माफी मांगनी चाहिए. ज्ञानेश कुमार ने कहा कि अगर 7 दिन के अंदर चुनाव आयोग को राहुल गांधी से शपथ पत्र नहीं मिलता है को पता चल जाएगा कि उनके आरोप निराधार थे.