महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव Tejashwi Yadav ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए पर वोट के लिए बिहार का शोषण करने और गुजरात में उद्योग स्थापित करने तथा राज्य को “बंदी” बनाए रखने का आरोप लगाया.
यादव ने ज़ोर देकर कहा कि 2025 का बिहार चुनाव लोगों के लिए राज्य की प्रगति के लिए एनडीए सरकार को सत्ता से “बाहर” करने का एक अवसर है.
राजनीतिक दल वोटों के लिए बिहार का शोषण करते हैं- Tejashwi Yadav
तेजस्वी यादव ने संवाददाताओं से कहा, “राजनीतिक दल वोटों के लिए बिहार का शोषण करते हैं और गुजरात में उद्योग स्थापित करके बिहार को बंदी बनाकर रखते हैं. इस चुनाव में लोगों के पास राज्य की प्रगति के लिए उन्हें सत्ता से बाहर करने का अवसर है. मैं बिहार के नागरिकों से एकजुट होकर इन दलों को सत्ता में वापस आने से रोकने की अपील करता हूँ.”
बैंक खातों में पैसे डालकर उन्हें रिश्वत दे रही नीतीश सरकार
उन्होंने सरकार पर दस लाख महिलाओं के बैंक खातों में पैसे डालकर उन्हें रिश्वत देने का भी आरोप लगाया. उनके निशाने पर मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना थी, जिसके तहत महिलाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए ₹10,000 की शुरुआती सहायता राशि दी जाती है.
उन्होंने सवाल किया, “सरकार चुनाव से पहले महिलाओं के खातों में पैसे भेज रही है और इसे रिश्वत बता रही है, लेकिन चुनाव आयोग इसकी इजाज़त कैसे दे सकता है?”
तेजस्वी का अमित शाह पर निशाना, कहा- वे बस राज्य पर कब्ज़ा करना चाहते हैं
इससे पहले, तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने आज तक ऐसा कोई गृह मंत्री नहीं देखा जिसने बिहार में उद्योग न लगने का कारण ज़मीन की कमी बताया हो.
तेजस्वी यादव ने संवाददाताओं से कहा, “अमित शाह ने कहा है कि बिहार में ज़मीन की कमी के कारण उद्योग नहीं लग सकते. हमने आज तक ऐसा कोई गृह मंत्री नहीं देखा जो ज़मीन की कमी को वजह बताता हो। इससे पता चलता है कि उनका इरादा बिहार का विकास करना नहीं है, बल्कि उस पर कब्ज़ा करना है, उसे आगे बढ़ाना नहीं. वे न तो कारखाने लगाना चाहते हैं और न ही रोज़गार पैदा करना चाहते हैं; वे बस राज्य पर कब्ज़ा करना चाहते हैं.”
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे। नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.

