क्या राहुल गांधी अपनी लोकसभा सदस्यता से भी हाथ धो बैठेंगे. जवाब है हां. अगर बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे की मांग पर राहुल के खिलाफ संसद में विशेष समिति बनाने की मांग मान ली जाती है तो ये संभव है. वायनाड से सांसद सांसद राहुल गांधी के लंदन में दिए भाषणों को लेकर बीजेपी काफी खफा है. उसने उनके भाषणों को देश को बदनाम करने वाला और लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है. इसी कड़ी में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मांग की है कि अगर राहुल संसद में माफी नहीं मांगते है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी संसद सदस्यता खत्म कर देनी चाहिए.
क्या है विशेष समिति
तो चलिए आपको बताते है निशिकांत दुबे जिस कमेटी की मांग कर रहे है वो क्या है. असल में अगर कोई सांसद ऐसा काम करता है जिससे संसद की गरिमा और देश छवि या लोकतंत्र को नुकसान पहुंचता हो उस स्थिति में संसद एक विशेष समिति बना उसपर कार्रवाई करती है. अगर समिति सासंद को दोषी पाती है तो उसकी सदस्यता तक जा सकती है. नीशिकांत दूबे ने खास कर संसद में माइक बंद करने वाले राहुल गांधी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है.
क्या कभी गई है किसी सांसद की सदस्यता
तो आपको बता दें, 2005 में प्रश्न के बदले पैसे लेने के मामले में विशेष समिति बनाई गई थी. इस समिति ने संसद की गरिमा को चोट पहुंचाने के आरोप को सही पाते हुए तब 11 सदस्यों पर कारर्वाई की थी. समिति ने इन 11 की सदस्यता समाप्त कर दी थी. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने विशेष समिति के इस फैसले को सही ठहराया था.
निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर क्या आरोप लगाए है
तो बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के लंदन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए भाषण में भारत में लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए यूरोप-अमेरिका को बुलाने का आरोप लगा कहा है कि उनके इस बयान ने संसद और देश की गरिमा को चोट पहुंचाई है. बीजेपी सांसद ने कहा अब वक्त आ गया है कि राहुल गांधी को संसद से निकाल दिया जाए.
राहुल गांधी ने आरोपों पर जवाब देने स्पीकर से समय मांग है
वहीं राहुल गांधी ने गुरुवार को स्पीकर से मिलकर अपने पर 4 मंत्रियों द्वारा लगाए गए आरोपों पर जवाब देने के लिए समय मांगा है. राहुल ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेस कर गुरुवार को इस बात की जानकारी दी थी.
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