बीजेपी अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव में रोज़ नए ट्विस्ट एक टर्न आ रहे है. पहले एक दलित के अध्यक्ष बनाने की चर्चा थी फिर बात हुए आरएसएस की पसंद माने जाने वाले नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान. लेकिन अब इस कहानी में नया मोड़ आ गया है अब New BJP President बीजेपी को नया अध्यक्ष नहीं नई अध्यक्ष मिलने की चर्चा तेज हो गई है. जी हैं ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी इस बार एक महिला अध्यक्ष बनाने पर चर्चा कर रही है.
संगठन में फेरबदल के बाद अब अध्यक्ष बदलने पर है बीजेपी का जोर
हाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में बड़े पैमाने पर संगठनात्मक फेरबदल देखा जा रहा है. पहले ही छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्थानीय इकाइयों के लिए नए पार्टी प्रमुखों की नियुक्ति की गई है. और अब कहा जा रहा है कि बीजेपी अपना ध्यान राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त करने पर केंद्रित कर रही है.
जेपी नड्डा 2020 से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर हैं. उनका कार्यकाल 2023 में समाप्त हो रहा था, लेकिन भाजपा ने इसे 2024 तक बढ़ा दिया ताकि वह लोकसभा चुनावों में पार्टी का नेतृत्व कर सकें.
हालांकि इस बात पर सस्पेंस बना हुआ है कि इस अहम पद पर कौन काबिज होगा, लेकिन हिंदुस्तान टाइम्स में छपी सूत्रों के हवाले से खबर में कहा गया है कि पार्टी को पहली महिला अध्यक्ष मिल सकती है.
New BJP President के महिला होने की चर्चा तेज़
पार्टी की नई महिला अध्यक्ष के लिए संभावित नामों की भी इस खबर में चर्चा की गई है. ऐसा कहा जा रहा है कि अध्यक्ष की दोड़ में तीन महिला नेताओं का नाम सबसे आगे है. एक तो पीएम मोदी की पसंदीदा मंत्री निर्मला सीतारमण हैं, दूसरा नाम आंध्र बीजेपी की अध्यक्ष रही डी पुरंदेश्वरी का नाम है और तीसरा नाम बीजेपी महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष वनथी श्रीनिवासन का है. खास बात ये है की तीनों नाम दक्षिण भारत से है यानी बीजेपी इस एक तीर से दो निशाने साधने का काम कर सकती है एक तो महिला अध्यक्ष और दूसरा दक्षिण भारतीय. चलिए एक नज़र इन तीन महिला नेताओं के प्रोफाइल पर डाल लें.
निर्मला सीतारमण
बीजेपी नेता निर्मला सीतारमण 2019 से केंद्रीय वित्त मंत्री हैं. जब बीजेपी दूसरी बार सत्ता में आई थी तब उन्होंने अरुण जेटली की जगह इस मंत्रालय का पदभार संभाला. उन्हें भाजपा अध्यक्ष पद के लिए सबसे आगे देखा जा रहा है, क्योंकि वह पार्टी की सबसे प्रभावशाली महिलाओं में से एक हैं. तमिलनाडु में उनकी जड़ें भी भाजपा के लिए एक फायदा हो सकती हैं, क्योंकि पार्टी दक्षिण में भी अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है. हाल ही में उन्होंने पार्टी मुख्यालय में जेपी नड्डा और भाजपा महासचिव बीएल संतोष से भी मुलाकात की थी.
डी पुरंदेश्वरी
इस रेस में दूसरा नाम पूर्व में भाजपा की आंध्र प्रदेश इकाई की प्रमुख रहीं डी पुरंदेश्वरी भी राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की संभावित दावेदारों में से एक हैं. वह सरकार के ऑपरेशन सिंदूर प्रतिनिधिमंडल का भी हिस्सा थीं, जिसने यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, यूरोपीय संघ, इटली और डेनमार्क में देश के आतंकवाद विरोधी रुख का प्रतिनिधित्व किया था.
वनथी श्रीनिवासन
जबकी रेस में तीसरा नाम वनथी श्रीनिवासन का है, वह भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुकी हैं. 2021 में उन्होंने अभिनेता और मक्कल निधि मैयम (MNM) के संस्थापक कमल हासन को हराकर तमिलनाडु की कोयंबटूर (दक्षिण) सीट जीती थी. वह 1993 से भाजपा से जुड़ी हुई हैं और 2022 में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की सदस्य बनीं.
बीजेपी महिला चेहरे पर क्यों विचार कर रही है?
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक भाजपा ने हाल के दिनों में महिला मतदाताओं को प्रभावित करने में सफलता देखी है, यही कारण हो सकता है कि अब वह किसी महिला को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बिठाने पर विचार कर रही है.
इसके अलावा, भाजपा ने 2023 में महिला आरक्षण विधेयक पर भी जोर दिया, जिसे संसद के दोनों सदनों ने पारित कर दिया. विधेयक में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की बात कही गई है.
हलांकि इस बिल के लागू होने में लगने वाले वक्त को लेकर विपक्ष अकसर बीजेपी की मंशा पर सवाल उठाता रहता है. ऐसे में अगर पार्टी के लिए एक महिला अध्यक्ष की नियुक्ति की जाती है तो यह संदेश भी जा सकता है कि भाजपा इस विधेयक के साथ है.
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