बरेली : तिरंगा यात्रा निकालने वाले मौलाना तौक़ीर रज़ा को उनके ही घर में नजरबंद कर दिया गया. इसके बाद मौलाना ने तिरंगा यात्रा रोक दी. यात्रा निकालने से रोकने पर मौलाना तौक़ीर कहा कि मुल्क में नफरत को ख़त्म करने के लिए यात्रा निकालने जा रहे थे जिसे तानाशाह सरकार ने रोक दिया. उन्होंने कहा कि जैसे आज़ादी से पहले हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया था वैसे ही मैंने काले अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है.
दलितों,मुसलमानों को दबाया जा रहा है
मौलाना ने कहा कि हम संविधान को बचाने के लिए हाथ में संविधान लेकर जा रहे थे और हमें रोक दिया गया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सिर्फ एक समुदाय के प्रधानमंत्री हैं उनके राज में दलितों मुसलमानों और दबे कुचलों को दबाया जा रहा है पर उनकी बेमानी बर्दाश्त नही की जा सकती है.
आंदोलन जारी रहेगा
मौलाना तौक़ीर ने प्रेस कांन्फ्रेंस में वीएचपी, बजरंग दल पर पाबन्दी लगाने की मांग करते हुए कहा कि जब तक सरकार इन पर बैन नही लगाती तब तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा.यात्रा रद्द करने को लेकर मौलाना ने कहा कि मैं किसी के दवाब में नहीं हूं बल्कि मैं देश के कानून का पालन करता हूं इसलिए हमने अपना कार्यक्रम रोका है. उन्होंने कहा कि हम अपने आंदोलन के माध्यम से बस राष्ट्रपति को जमीनी हकीकत बताना चाहते थे.उन्होंने कहा कि जिन्होंने गाँधी की हत्या की, जिन्होंने पाकिस्तान बनवाया वही लोग अब हिन्दू राष्ट्र की माँग कर रहे हैं.