लखनऊ :फरार चल रहे बिल्डर फहद याजदानी पर आज हजरतगंज पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए हजरतगंज स्थित अलाया होम अपार्टमेंट, डालीबाग पर कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया है.
फहद याजदानी बिल्डर पर कई मुकदमें हैं दर्ज
हाल ही में हज़रतगंज के वज़ीर हसन रोड स्थित पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट गिरने के मामले में फरार चल रहे बिल्डर फहद याजदानी पर हजरतगंज थाना क्षेत्र में विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हैं. याजदान बिल्डर की हजरतगंज में कई अपार्टमेंट व संपत्तियां है. कुछ संपत्तियों पर तो प्रशासन का बुलडोजर चल चुका है ,औऱ कुछ पर पुलिस प्रशासन की कार्यवाही जारी है .
क्या है अलाया अपार्टमेंट का मामला ?
लखनउ के वजीर हसन रोड पर स्थित 5 मंजिला अपार्टमेंट अलाया अचानक 24 जनवरी की शाम को भरभरा कर गिर गया. इस बिल्डिंग हादसे में समाजवादी पार्टी के नेता और प्रवक्ता हैदर अब्बास की पत्नी उजमा खातून और उनकी मां समेत एक शिक्षिका शबाना खातून की मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश शाहिद, उसके भतीजे मोहम्मद तारिक और बिल्डर फहद याजदानी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. पुलिस ने इन सभी पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था. नवाजिश और तारीक जेल में है वहीं फहद याजमानी को स्टे मिल गई थी.
बिल्डिंग हादसे के बाद से फहद याजदानी पुलिस रिकार्ड में फारार है. घटना को दो दिन बाद फहद ने एक वीडियो जारी कर खुद को बेगुनाह बताया था लेकिन अब तक सामने नहीं आया है. अब पुलिस ने इसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया है.
बिल्डिंग बनाने में की गई थी भारी अनियमितताएं
अलाया बिल्डिंग हादसे के बाद बनी जांच कमेटी की रिपोर्ट मे कई चौकाने वाले खुलासे सामने आये. इस हादसे की जांच के लिए लखनऊ के मंडलायुक्त के निगरानी में एक कमेटी बनाई गई थी, जिसने जांच में पाया कि इस बिल्डिंग को बनाने में जितनी अनियमितताएं की गई थी, उसी से ये तय हो गया था कि इस बिल्डिंग की उम्र क्या होगी. बताया गया कि हादसे की वजह एक नहीं बल्कि कई थे. बिल्डिंग का नक्शा तक पास नहीं कराया गया था. बिल्डिंग की नींव से लेकर निर्माण तक सब कमजोर थे. 2013 में बनी ये बिल्डिंग समय के साथ भूकंप और अन्य वजहों से कमजोर होती गई. इसपर लोड बढता गया और कई जगहों पर दरारें पड़ गई थी.