Parliament Monsoon Session: गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. अध्यक्ष Om Birla ने मानसून सत्र के दौरान विपक्षी सदस्यों के आचरण पर चिंता व्यक्त की.
यह सभी के लिए आत्मचिंतन का समय है- Om Birla
सुबह 11 बजे के स्थगन के बाद, दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई, जिसमें बिरला ने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि पूरे सत्र के दौरान कार्यवाही को बार-बार बाधित करने का प्रयास किया गया. उन्होंने कहा कि यह सभी के लिए आत्मचिंतन का समय है क्योंकि महीने भर चले इस सत्र में ज़्यादा चर्चा नहीं हो सकी.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि मानसून सत्र के दौरान सिर्फ 37 घंटे ही चर्चा हो सकी. जिसमें लोकसभा में 12 विधेयक पारित हुए और 55 सवालों के ही मौखिक जवाब दिए गए. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन में मौजूद रहे.
महीना भर चला Parliament Monsoon Session
सत्र 21 जुलाई को शुरू हुआ, जिसमें पूरा विपक्ष बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर), भारत-पाक युद्ध विराम को लेकर दिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग को लेकर रोज़ाना कार्यवाही बाधित करता रहा. हलांकि 28 और 29 जुलाई को ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा हुई, जिसका समापन प्रधानमंत्री के जवाब के साथ हुआ. लेकिन बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा के लिए सत्ता पक्ष तैयार नहीं हुआ.
इसी सत्र को राज्यसभा के अध्यक्ष और उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ के अचानक इस्तीफे के लिए भी याद किया जाएगा. उपराष्ट्रपति ने अपनी सेहत का हवाला देते हुए अपने पद को त्याग दिया लेकिन उसके बाद न उनको फेयरवेल दिया गया न ही वो मीडिया या सांसदों के सामने आए. जिसको लेकर अटकलों का बाज़ार गर्म रहा.
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